छपरा नगर निगम मेयर पद के उप चुनाव में कुल 17 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे थे. इनमें से दो ऐसे भी प्रत्याशी थे जिन्होंने पहले भी नगर निगम का प्रतिनिधित्व किया है. वहीं दो अलग-अलग ऐसे उम्मीदवार भी मैदान में थे जिनके पक्ष में राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव तथा बिहार सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री व उनके बेटे तेज प्रताप यादव ने वोट मांगा था. लेकिन दोनों ही प्रत्याशी चुनाव हार गए. इस चुनाव में भगवा समर्थक कार्यकर्ता लक्ष्मी नारायण गुप्ता ने बाजी मार ली और मेयर चुने गए. वहीं पूर्व के मेयर या उनके परिजनों को दूसरे एवं चौथे स्थान पर रहना पड़ा.
लालू यादव ने सुनीता देवी को वोट देने की अपील की थी
दरअसल, छपरा नगर निगम के मेयर पद के लिए होने वाले उप चुनाव के पहले राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने छपरा में एक कार्यक्रम के दौरान पूर्व मेयर व राजनीतिक परिवार से संबंध रखने वाली सुनीता देवी को ही वोट देने का आह्वान किया था. उन्होंने लोगों से सुनीता देवी के पक्ष में एकजुट होने की बात कही थी. इस दौरान उन्होंने तेज प्रताप यादव द्वारा समर्थित प्रत्याशी को वोट नहीं देने की भी बात कही थी.
तेज प्रताप यादव ने रवि रौशन के लिए किया था रोड शो
वहीं उनके पुत्र व वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव ने रवि रौशन को विजयी बनाने के लिए छपरा में रोड शो भी किया था. इस दौरान उन्होंने लोगों से रवि रोशन को जिताने की अपील करते हुए कहा था कि रवि रोशन को जिताएं छपरा का विकास होगा. इस रोड शो में काफी भीड़ भी जुटी थी. परंतु, छपरा के मतदाताओं ने बहुकोणीय मुकाबले में राजद सुप्रीमो व उनके मंत्री बेटे द्वारा समर्थित उम्मीदवारों को पूरी तरह से नकार दिया.
किसे कितने वोट मिले
लालू यादव द्वारा समर्थित पूर्व मेयर सुनीता देवी 10,797 मत पाकर चौथे स्थान पर रही. वहीं तेज प्रताप ने जिस रवि रौशन के लिए वोट मांगा उनको महज 3,286 मतों पर ही संतोष करना पड़ा. जबकि छपरा की प्रथम मेयर रही स्व. प्रिया देवी के पति मिन्टु सिंह 11,999 मत पाकर दूसरे स्थान पर रहें. वहीं अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले रफी इकबाल को जनता ने इस बार भी तीसरे स्थान के लिए चुना. गत चुनाव में वे दूसरे स्थान पर थे.
17 उम्मीदवार आजमा रहे थे किस्मत
इस चुनाव में कई उम्मीदवार जिन्होंने पूरे चुनाव अवधि में पैसे का प्रदर्शन किया व आम जनों को अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की. अपनी जीत के बाद भी अपने को सामान्य व्यक्ति बताते हुए लक्ष्मी नारायण गुप्ता ने छपरा नगर निगम के तस्वीर को बदलने की बात कही. इस चुनाव में 17 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे थे. परंतु कई उम्मीदवारों को तीन अंक के मतों में ही संतोष करना पड़ा.