गोपालगंज. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के गोपालगंज में करीबियों के यहां केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने शुक्रवार को छापेमारी की. तकरीबन पांच घंटे से ज्यादा देर तक छापेमारी चली. उचकागांव थाना क्षेत्र के इटवा गांव में छापेमारी के दौरान परिवार के सदस्यों से पूछताछ की गयी. सीबीआई को छापेमारी के दौरान रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) में नौकरी से जुड़े कागजात, बैंक पासबुक समेत कई दस्तावेज मिले, जिनसे आरआरबी में फर्जीवाड़े का राज खुल सकता है. सीबीआई ने कार्रवाई के बाद दो लोगों को अपने साथ भी लेकर गयी है.
इटवा गांव में सीबीआई के डीएसपी लेवल के अधिकारियों के नेतृत्व में छापेमारी चली है. जिन लोगों को सीबीआई अपने साथ लेकर गयी है, उनसे अलग-अलग कई बिंदु पर पूछताछ हो सकती है. सीबीआई के सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक लालू प्रसाद भारत सरकार में रेलमंत्री थे, तब गोपालगंज के उनके करीबी और रिश्तेदार रेलवे में ट्रांसपोर्टर का काम करते थे. रेलवे में उस समय परिवार के कई सदस्यों को नौकरी भी मिली, जिनमें एक हृदयानंद अब भी रेलवे में नौकरी करते हैं. वहीं अन्य दो लोग इटवा गांव के भीखम और हृदयानंद के एक भाई शिक्षक हैं.
सीबीआई ने छापेमारी के दौरान परिवार के एक-एक सदस्य से पूछताछ की है. पूछताछ के दौरान बैंक की पासबुक, परिवार के सदस्यों की नौकरी, कारोबार समेत कई बिंदु पर जानकारी ली गयी. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से इन परिवारों का क्या रिश्ता रहा है, इस मामले में भी सीबीआई ने जानकारी ली है. सूत्र बताते हैं कि छापेमारी के दौरान सीबीआई ने बैंक से जुड़ी कई पासबुक, दस्तावेज भी जांच करने के बाद सबूत अपने साथ लेकर गयी है. परिवार की सदस्य कांति देवी ने कहा कि सीबीआई ने महिलाओं से कोई भी जानकरी नहीं ली है, घर के पुरुष सदस्यों से पूछताछ की गयी है और दो लोगों को पूछताछ के लिए साथ लेकर गयी है. इधर, सूत्रों का कहना है कि सीबीआई की जांच के बाद रेलवे भर्ती बोर्ड में हुए फर्जीवाड़े पर बड़ा खुलासा हो सकता है.
Also Read: पांच साल पहले भी अहले सुबह राबड़ी आवास पहुंची थी सीबीआई, 27 साल पहले CBI के लपेटे में आये थे लालू यादव
सीबीआई जिन दो लोगों को पूछताछ के बाद अपने साथ लेकर गयी, उन्हें मीरगंज थाने से छोड़ दिया. देवेंद्र चौधरी ने कहा कि उनके भाई हृदयानंद चौधरी रेलवे में नौकरी करते हैं और पटना में ही रहते हैं. सीबीआई 2017 में दर्ज केस के सिलसिले में पूछताछ करने पहुंची थी. घर से कुछ दस्तावेजों की कॉपी लेकर गयी है, उसी का रिसीविंग के लिए सीबीआई के साथ मीरगंज थाने तक गये थे. उन्होंने कहा कि सीबीआई की टीम पहुंची, तो सर्च वारंट लेकर आयी थी, लेकिन महिला पुलिस नहीं थी. इसलिए महिला पुलिस बल बुलाने के बाद सीबीआई ने पूरी कार्रवाई की.