बिहार में मंगलवार को ठनके की चपेट में आने से विभिन्न जिलों में 22 लोगों की मौत हो गयी. इनमें रोहतास में पांच, जहानाबाद में तीन, गया व बक्सर में दो-दो, औरंगाबाद व कैमूर में एक-एक, जमुई में तीन, बांका में दो, भागलपुर में दो व कटिहार में एक व्यक्ति शामिल हैं. वज्रपात से हुई मौतों पर सीएम नीतीश कुमार ने दुख व्यक्त करते हुए मुआवजा देने का निर्देश दिया है.
रोहतास जिले के रोहतास प्रखंड की रोहतासगढ़ पंचायत के नागा टोली गांव में राजकुमारी देवी, काराकाट प्रखंड के बेनसागर में कामता शर्मा व हरिहरपुर गांव में वाल्मीकि सिंह, सूर्यपुरा थाना क्षेत्र के पड़रिया गांव में किशोर पप्पू कुमार और करगहर थाना क्षेत्र के मनियारी गांव में भैंस चरा रही विमला देवी की जान चली गयी. इधर, बेनसागर में पीपल के पेड़ पर ठनका गिरने से कई लोग झुलस गये. वहीं, जहानाबाद जिले के हुलासगंज, काको थाना क्षेत्र के दक्षिणी गांव में अर्जुन पासवान व तिताईबिगहा गांव तीन की मौत हो गयी.
गया जिले के नीमचक बथानी व कोंच में दो लोगों की मौत हो गयी. इधर, बक्सर जिले के सिकरौल थाना क्षेत्र के दो गांवों में ठनका गिरने से एक महिला समेत दो लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. वहीं, औरंगाबाद के हसपुरा थाना क्षेत्र के डुमरा गांव के बधार में वज्रपात की चपेट में आने से एक 53 वर्षीय मजदूर की मौत हो गयी. कैमूर के मोहनिया में पशु चरा रहे विक्रमा यादव की मौत ठनके से हो गयी और दो बहनें सहित तीन लड़कियां झुलसी गयीं. इधर, जमुई में तीन, बांका में दो, भागलपुर में दो व कटिहार में एक लोग की मौत ठनके से हो गयी.
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राज्य में वज्रपात से हुई मौत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. साथ ही मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये अविलंब अनुग्रह अनुदान देने का अधिकारियों को निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं. उन्होंने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें. खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिये आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किये गये सुझावों का पालन करें. खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें.