लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में बिहार की आठ सीटों पर चुनाव प्रचार का शोर गुरुवार को शाम छह बजे थम गया. अंतिम चरण में सभी लोकसभा क्षेत्रों में प्रत्याशियों ने अपनी अंतिम ताकत झोंक दी. अब 48 घंटे पहले बाहरी तौर पर चुनाव प्रचार अवश्य बंद हो गया, लेकिन अंदरूनी हलचल बढ़ गयी है. चुनावी शोर थमने के साथ ही अन्य जिलों से चुनाव प्रचार करने आये विभिन्न पार्टियों के कार्यकर्ता अपने जिलों के लिए रवाना हो गये. अब प्रत्याशी और उनके समर्थक डोर-टू-डोर प्रचार में जुट गये हैं.
इन दिग्गजों की किस्मत दांव पर
आखिरी चरण में नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्रा, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकाट और जहानाबाद लोकसभा क्षेत्रों में मतदान शनिवार को कराया जायेगा. अंतिम चरण में पटना साहिब से पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, आरा से केंद्रीय उर्जा मंत्री आरके सिंह, काराकाट से पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा, पाटलिपुत्र से पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव और राजद की मीसा भारती प्रमुख हैं.
कहां-किसकी टक्कर
- पटना साहिब लोकसभा सीट पर भाजपा के मौजूदा सांसद रविशंकर प्रसाद और कांग्रेस के अंशुल अविजित के बीच सीधा मुकाबला है. अंशुल अविजित वरिष्ठ कांग्रेस नेता मीरा कुमार के पुत्र हैं
- पाटलिपुत्र लोकसभा सीट पर बीजेपी के रामकृपाल यादव का मुकाबला आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती से है. रामकृपाल यादव हैट्रिक बनाने के लिए मैदान में हैं, जबकि मीसा भारती पहली जीत दर्ज करने के लिए लगातार तीसरी बार मैदान में हैं
- जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र में एक बार फिर जदयू के चंदेश्वर प्रसाद और राजद के सुरेंद्र प्रसाद यादव के बीच सीधा मुकाबला है. जहानाबाद के पूर्व सांसद डॉ. अरुण कुमार बसपा के टिकट पर इस मुकाबले को तीसरा कोण देने की कोशिश कर रहे हैं
- नालंदा लोकसभा सीट पर जदयू के कौशलेंद्र कुमार और माले के संदीप सौरव के बीच मुकाबला है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की गृह लोकसभा सीट होने की वजह से यह हर बार हॉट रहा है.
- आरा लोकसभा सीट पर भाकपा माले ने सुदामा प्रसाद को उम्मीदवार बनाकर अतिपिछड़ा-बनिया दांव चला है. वहीं भाजपा ने फिर से केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को उतारा है. दोनों के बीच आमने-सामने की लड़ाई है.
- काराकाट लोकसभा से रालोमो उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा और भाकपा माले के उम्मीदवार राजाराम सिंह और भोजपुरी स्टार पवन सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. यहां की लड़ाई दिलचस्प हो गयी है.
- बक्सर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार मिथिलेश तिवारी और राजद उम्मीदवार सुधाकर सिंह के बीच की लड़ाई में निर्दलीय उम्मीदवार पूर्व आइपीएस आनंद मिश्रा व पूर्व मंत्री ददन पहलवान सुर्खियों में हैं.
134 प्रत्याशी मैदान में
सातवें चरण में लोकसभा चुनाव में आठ सीटों पर 134 प्रत्याशियों ने चुनावी मैदान में जोरशोर से प्रचार चलाया. इसमें 12 महिला प्रत्याशी भी शामिल हैं. सातवें चरण में प्रत्याशियों की संख्या के अनुसार नालंदा लोकसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 29 प्रत्याशी चुनावी मैदान में डटे हैं.दूसरे स्थान पर पाटलिपुत्रा लोकसभा क्षेत्र हैं, जहां पर 22 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. सातवें चरण में पटना साहिब में 17 प्रत्याशियों के बीच मुकाबला है. इसके अलावा जहानाबाद में 15 प्रत्याशी, आरा लोकसभा में 14 प्रत्याशी, बक्सर में 14 प्रत्याशी,काराकाट में 13 प्रत्याशी और सासाराम लोकसभा क्षेत्र में 10 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.
एक करोड़ 62 लाख से अधिक मतदाता
सातवें चरण में एक करोड़ 62 लाख से अधिक मतदाता हैं. इसमें 85 लाख एक हजार 620 पुरुष मतदाता जबकि 77 लाख दो हजार 559 महिला मतदाता जबकि 415 थर्ड जेंडर मतदाता हैं. सातवें चरण में 100 वर्ष से अधिक उम्र वाले वोटरों की संख्या 4331 है जबकि सर्विस वोटर 65158 है. इस चरण में पहली बार दो लाख 23 हजार 863 मतदाताओं को वोट डालने का मौका मिलेगा.
16634 बूथों की स्थापना
सातवें चरण के मतदान के लिए कुल 16634 बूथों की स्थापना की गयी है जिसमें 3885 बूथ शहरी क्षेत्र में जबकि 12749 बूथ ग्रामीण इलाकों में स्थापित किये गये हैं. इस चरण में 146 बूथों का संचालन महिलाओं द्वारा किया जायेगा जबकि 56 बूथों का संचालन दिव्यांग कर्मियों द्वारा किया जायेगा.
117 बूथ मॉडल
सातवें चरण में 117 बूथ मॉडल बनाये गये हैं. इस चरण में कुल 7878 बूथों से वेबकास्टिंग की जायेगी. औसतन प्रति बूथ 974 मतदाताओं के मतदान की व्यवस्था की गयी है. राज्य के आठ लोकसभा क्षेत्रों में मतदान के लिए 27947 बैलेट यूनिट, 19961 कंट्रोल यूनिट और 21624 वीवी पैट का प्रयोग किया जायेगा.
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