भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय में संयुक्त छात्र संगठनों के चार आंदोलनकारी छात्र नेताओं पर निलंबन का पत्र बीएनएमयू कुलपति के आदेश पर कुलसचिव के द्वारा जारी किया गया है. निलंबित छात्र नेता एनएसयूआइ के पूर्व राष्ट्रीय संयोजक मनीष कुमार, छात्र राजद के निवर्तमान विश्वविद्यालय अध्यक्ष सोनू यादव, आइसा के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान अली व एआईएसएफ के राज्य कार्यकारणी सदस्य मौसम प्रिया हैं. इसको लेकर बुधवार को संयुक्त छात्र संगठन के एनएसयूआइ, छात्र राजद, एआइएसएफ, आइसा, युवा शक्ति, छात्र लोजपा व भीम आर्मी के द्वारा प्रेसवार्ता किया. एआइएसएफ के राज्य अध्यक्ष रजनीकांत कुमार ने भाग लिया. रजनीकांत ने कहा कि बीएनएमयू में दो सप्ताह से छात्र संगठनों द्वारा एक आंदोलन चलाया जा रहा है. छात्रों की मुख्य मांग यह है कि महिला उत्पीड़न के आरोपी परीक्षा नियंत्रक डाॅ शंकर कुमार मिश्र पर कानूनी कार्रवाई कर, उनकी नियुक्ति परीक्षा नियंत्रक पद से रद्द की जाय, लेकिन कुलपति ने डाॅ शंकर कुमार मिश्र पर कार्रवाई के बदले उल्टे छात्र संगठनों पर कार्रवाई करते हुए, छात्र नेता को पीएचडी से निलंबित कर दिया है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
एआइएसएफ के राज्य अध्यक्ष ने कहा कि दो दिनों के अंदर एआइएसएफ का डेलीगेशन राजभवन में कुलाधिपति सह राज्यपाल से मिलकर इस मामले से अवगत कराया जायेगा और पूरे बिहार में राज्य स्तरीय आंदोलन किया जायेगा. एनएसयूआई के पूर्व राष्ट्रीय संयोजक मनीष कुमार ने कहा कि परीक्षा नियंत्रक डाॅ शंकर कुमार मिश्र पर आरोप है कि उन्होंने 17 मार्च 2024 को एक छात्रा के साथ गैर जिम्मेदाराना तरीके से मारपीट, गाली गलौज, दुर्व्यवहार व बदतमीजी किया, जिसका सबूत के तौर पर सीसीटीवी फुटैज उपलब्ध है. इस पर छात्रा ने कुलपति को लिखित रूप से शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी.माैके पर छात्र राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष अमृत कुमार अमरकांत, छात्र राजद के निवर्तमान विश्वविद्यालय अध्यक्ष सोनू यादव, आइसा के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान अली, छात्र लोजपा के जसवीर पासवान, एआइएसएफ के राज्य परिषद के सदस्य मौसम प्रिया, सहरसा छात्र राजद जिलाध्यक्ष धीरज सम्राट, भीम आर्मी के बिट्टू रावण, पूर्व छात्र नेता सौरभ यादव आदि उपस्थित थे.
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