प्रतिनिधि, कुमारखंड पौष पूर्णिमा के अवसर पर सुरसर नदी किनारे स्थित रानीपट्टी व टिकुलिया संगम घाट पर मेले का आयोजन किया गया. यह मेला धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक समागम का प्रतीक है. बुधवार से आयोजित हो रहे मेले में देहाती नाच प्रोग्राम, मिठाई दुकान, झूले, घोड़ा झूला, नाव झूला, खिलौने की दुकान मुख्य आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. मौके पर संगम घाट टिकुलिया, रौता, भतनी, कांकड़ आदि घाट पर मेले का आयोजन किया गया है. पौष पूर्णिमा के नाम से जाना जाने वाले इस पर्व के मौके पर कोसी क्षेत्र में घर-घर पकवान खाने और खिलाने की प्रथा आज भी कायम है. बुधवार से लगने वाले इस पर्व को लेकर क्षेत्रवासियों का उत्साह है. वहीं क्षेत्र में लगने वाले तीन दिवसीय मेले में दुकानदार दूर-दूर से पहुंच रहे है. मेला में राज्यस्तरीय कुश्ती के पहलवान भी भाग लेंगे. सुबह से ही श्रद्धालु कोसी नदी में स्नान कर कौशिकी, कार्तिक और अन्य देवी-देवताओं की स्थापित प्रतिमाओं की पूजा-अर्चना में लीन हैं. धार्मिक अनुष्ठान के साथ मेले में ग्रामीण संस्कृति की झलक देखने को मिलती है. मुखिया अनिल ऋषिदेव ने बताया कि पौष पूर्णिमा का यह आयोजन धार्मिक आस्था को मजबूत करता है. सांस्कृतिक संबंधों को गहराई प्रदान करता है.
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