प्रतिनिधि, मधेपुरा जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से शनिवार को बच्चों व मानसिक रूप से बीमार लोगों को विधिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए पीएलवी व पैनल अधिवक्ता को ओरिएंटेशन प्रोग्राम के तहत प्रशिक्षण दिया गया. जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव योगेश कुमार मिश्रा ने बताया कि जिला जज शिव गोपाल मिश्र के निर्देशन में यह कार्यक्रम किया गया. नालसा के चाइल्ड फ्रेंडली लीगल सर्विसेज फॉर चिल्ड्रेन स्कीम-2024 व लीगल सर्विस टू पर्सन विथ मेंटल इलनेस इंटेलेक्चुअल डिजेबिलिटीज स्कीम-2024 के बारे में पैनल अधिवक्ताओं व पीएलवी को प्रशिक्षण दिया गया. उन्होंने बताया कि समाज में अभिवंचित बेसहारा व अनाथ बच्चों के अधिकार सुनिश्चित करने की जरूरत है. ऐसे बच्चे जिन्हें तत्काल सहायता की जरूरत है, वैसे बच्चों को प्राथमिकता के आधार पर संरक्षण देना है. इसके लिए बाल कल्याण समिति, बाल संरक्षण निकाय व जुबेनाइल जस्टिस बोर्ड के तालमेल से गठित टीम को बेहतर सेवा प्रदान करने की जरूरत है. लीगल एंड डिफेंस काउंसिल के चीफ सीपी चंदन ने कहा कि हम सभी को बच्चों के हित में कार्य करना चाहिए, ताकि बच्चे गलत राह पर नहीं जायें. विधिक सेवा संस्थाएं समाज में मानसिक रोगियों के साथ भी अन्य लोगों के जैसे सामान्य व्यवहार की आवश्यकता बतायेगी. इस अवसर पर अधिवक्ता विजय कुमार, निशांत कुमार, राजा विभुति, आलोक कुमार सिन्हा, सोनी कुमारी आदि उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है