प्रतिनिधि, मधेपुरा
भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा अपनी नाकामी छुपाने के लिए छात्र-छात्राओं व कर्मचारियों के सवालों से बचने के लिए सिंडीकेट की बैठक विश्वविद्यालय मुख्यालय से बाहर किया जा रहा है, ताकि छात्र-छात्राओं व कर्मचारियों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ विरोध से बचा जाय. उक्त बातें गुरुवार को एनएसयूआइ के जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कही. जिलाध्यक्ष ने कहा कि बीएनएमयू के स्थापना काल से अभी तक हमेशा सिंडीकेट की बैठक विश्वविद्यालय मुख्यालय में ही आयोजित करने की परंपरा रही है. बिहार के अन्य विश्वविद्यालय में भी सिंडीकेट की बैठक विश्वविद्यालय मुख्यालय में ही आयोजित किया जाता है. विश्वविद्यालय प्रशासन को सामने आकर इसका जवाब देना चाहिये. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं की समस्याओं का अंबार लगा हुआ है. जिलाध्यक्ष ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में बिजली, पानी एवं शौचालय जैसी मूलभूत सुविधा नहीं है. मूल प्रमाण पत्र के लिए छात्र महीनों विश्वविद्यालय का चक्कर लगाने को मजबूर हैं.
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