मधुबनी. दिव्यांग शिक्षकों को अब अपने पदस्थापित जिले प्रशिक्षण संस्थानों में ही प्रशिक्षण की सुविधा मिलेगी. इस संबंध में राज्य शिक्षा शोध प्रशिक्षण परिषद के निदेशक सज्जन आर ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र भेजकर जरूरी निर्देश दिया है. राज्य शिक्षा शोध प्रशिक्षण परिषद के निदेशक द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि सतत व्यवसायिक विकास (सीपीओ ) योजना के तहत सूबे के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत सभी शिक्षकों को आवासीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षण के लिए शिक्षकों को पदस्थापित जिले को छोड़कर अन्य जिले में स्थित प्रशिक्षण संस्थान में प्रतिनियुक्त किया जाता है. प्रशिक्षण स्थल पदस्थापित जिले से दूर होने की स्थिति में शारीरिक रूप से दिव्यांग शिक्षकों को कठिनाई का सामना करना पड़ता है. जिसे देखते हुए निर्देश दिया गया है कि वैसे शिक्षक जो शारीरिक रूप से दिव्यांग हैं उन्हें पदस्थापित जिले में स्थित प्रशिक्षण संस्थानों में प्राचार्य से संपर्क कर सीट उपलब्ध रहने के अनुसार शिक्षकों को प्रतिनियुक्त कर प्रशिक्षण कराना सुनिश्चित करें.
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