Madhubani News. मधुबनी. इस वर्ष इंद्र पूजा का मेला सूना सूना सा लग रहा है. मेला का मुख्य आकर्षण झूला के संचालन पर अब तक रोक लगी है. राम झूला, टोरा टोरा, सुनामी झूला,ब्रेक डांस,फिसपी-फिसपी झूला सहित कई बड़े झूला के चलने पर प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं दिए जाने के कारण इंद्र पूजा मेला में झूला चल नहीं रहा. मेला की रौनक फीका पड़ चुकी है. वहीं इससे मेला आयोजकों के साथ ही दूर दराज से कमाने की मंसूबा लेकर आये झूला मालिकों का हाल बुरा है. झूला लगा तो है, पर चल नहीं रहा है. सूड़ी स्कूल एवं गंगा सागर काली मंदिर के पूजा के आयोजनकर्ताओं द्वारा प्रशासन से लगातार लाइसेंस के लिए गुहार लगाने के बावजूद प्रशासन किसी भी कीमत पर अनुमति देने को तैयार नहीं है. बताया जा रहा है कि प्रशासन सुरक्षा को नजर में रखते हुए इस प्रकार का सख्ती बरत रही है. माही मनीषा के कार्यक्रम में हुआ था हंगामा सूत्रों का कहना है कि हाल ही में खजौली में गणेश पूजा के अवसर पर माही मनीषा के डांस ग्रुप कार्यक्रम में दर्शकों द्वारा हंगामा खड़ा किए जाने के बाद बबाल हो गया था. जिसमें उग्र दर्शकों ने डीजे साउंड व स्टेज को जला दिया गया था. जानकारी के अनुसार इस घटना में 40 लाख रुपये की क्षति का अनुमान है. हालांकि यह गनीमत रहा कि इस घटना में किसी के हताहत होने की जानकारी सामने नहीं आयी. जिसके बाद प्रशासन अतिरिक्त सुरक्षा को ध्यान में रखकर त्योहारों के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों को काफी जांच पड़ताल के बाद अनुमति दिया जा रहा है. पहली बार झूला के आयोजन पर प्रतिबंध शहर के कालीमंदिर परिसर एवं सूडी स्कूल परिसर में सालों से मेला का आयोजन होता रहा है. जहां जिले भर के लोग काफी संख्या में मेला देखने आते हैं. दूर दूर से इसमें झूला व अन्य दुकान लगाने के लिये लोग आते हैं. मीना बाजार, मौत का कुंआ, यमपूरी, 60 फूट झूला, ब्रेक डांस झूला सहित अन्य झूला व दुकान लगाने के लिये लोगों को मेला कमेटी द्वारा आमंत्रण देकर बुलाया जाता रहा है. इस साल भी कई प्रकार के दुकान लग चुके हैं. झूला भी लग गया पर अब तक झूला के लिये प्रशासनिक आदेश नहीं मिल पाने से लोगों (पूजा कमेटी व झूला मालिकों) के चेहरे के रंग उड़े हैं. झूला के नहीं चलने से एक तरफ आयोजक परेशान हैं, वही बच्चों व युवाओं में भी निराशा है. युवाओं का कहना है कि साल में एक बार ही इंद्र पूजा मेले में जिला के युवा व बच्चे कई तरह के झूलों का आनन्द उठाते थे. पर झूला चलाने की प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं दिए जाने के कारण मेला में घूमने का उत्साह ही ठंडा पर गया है. क्या कहते हैं अधिकारी इंद्रपूजा मेला में प्रशासन द्वारा झूला के अनुमति नहीं दिये जाने के संबंध में सदर एसडीओ अश्विनी कुमार ने कहा कि मानक के अनुरुप झूला का अधिष्ठापन नहीं किये जाने व सुरक्षा के दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर झूला के परिचालन की अनुमति नहीं दी गयी है.
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