दही के साथ चूरा हो तो भागलपुरी मालभोग और उस पर भुर्रा या सांभली से विशेष रूप से मंगाये गये ऑरेंज गुड़. फिर तो स्वाद के क्या कहने. कुछ ऐसी ही सोच के साथ मकर संक्रांति के लिये चूरा और गुड़ बाजार से लोग खरीदारी कर रहे हैं. बाजार में चूरा की विभिन्न वेराइटी उपलब्ध है, लेकिन सबसे अधिक बिक्री मालभोग चूरा की हो रही है. मालभोग चूरा बाजार में 80 से 100 रुपये किलो तक उपलब्ध है. वहीं सुगंधित मर्चा 120, भागलपुरी कतरनी 70, बासमती 60, इंद्रासन 50 और देहाती चूरा 45 रुपये किलो बाजार में बिक रहा है, इसके अलावा इंद्रासन और मर्चा चूरा की भी अच्छी बिक्री हो रही है.
चूरा विक्रेताओं की माने तो शहर की मंडी से रोज करीब एक हजार क्विंटल चूरा निकल रहा है. शहर से रोज करीब 60 लाख के चूरा का कारोबार हो रहा है. इस बार बाजार में गुड़ की डिमांड भी बढ़ी हुई है. खासकर सांभली से मंगाये गये इस गुड़ का स्वाद लोगों को पसंद आ रहा है. हालांकि भूर्रा की डिमांड भी अच्छी है. लाई और तिलकुट बनाने के लिये लोग रसकट गुड़ की खरीदारी कर रहे हैं. लस्सा वाले इस गुड़ की बिक्री सबसे अधिक हो रही है.
गोला मंडी रोड के चूरा और गुड़ के बाजार में ग्राहकों की भीड़ लग रही है. दुकानदार भी बिक्री से काफी उत्साहित हैं. मकर संक्रांति पर इस बार चूरा और गुड़ की अच्छी बिक्री हो रही है. ग्राहकों की सहूलयित के लिये विभिन्न ब्रांडों का चूरा और गुड़ आधा से एक किलो पैकेट में उपलब्ध है. इस बार मकर संक्रांति पर बाजार से रोज 70 लाख से अधिक की गुड़ की बिक्री हो रही है.
गुड़ की डिमांड पिछले साल से अच्छी है. मकर संक्रांति पर इस बार का बाजार बेहतर हुआ है. त्योहार के प्रति लोगों में उत्साह दिख रहा है. सांभली से मंगाये हुये ऑरेंज गुड़ लोग पसंद कर रहे हैं. इसके अलावा रसकट की गुड़ की बिक्री भी अच्छी हो रही है. हमलोगों ने जो उम्मीद की थी, बाजार उससे बेहतर है. – सतीश कुमार, गुड़ विक्रेता
बाजार में इस बार चूरा की खरीदारी तेज है. चूरा की कई वेराइटी होने के बावजूद त्योहार के लिये मालभोग, इंद्रासन और कतरनी चूरा की बिक्री अच्छी है. मर्चा चूरा महंगा होने के कारण कुछ लोग ही खरीदारी कर रहे हैं. इस बार त्योहार के लिये बाजार अच्छा है. खरीदारी के प्रति लोगों में रूझान दिख रहा है. – विनोद चौधरी, चूरा विक्रेता