बिहार के औद्योगिक परिदृश्य को बदलने के लिए राज्य उद्योग विभाग प्रतिबद्ध है. इसके तहत 13 व 14 दिसंबर को पटना के ज्ञान भवन में बिहार बिजनेस कनेक्ट 2023 का आयोजन किया जा रहा है. इस वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन को सफल बनाने के लिए शनिवार को गया जिला के डीएम डॉ त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में बीटीएमसी बोधगया के सभाकक्ष में विभिन्न देश के तमाम मोनास्टरी के केयर टेकर व भिक्षु प्रभारियों के साथ बैठक कर कैसे बड़े-बड़े उद्योग को बिहार में संस्थापित किया जाये, इसपर विचार विमर्श किया गया. बैठक में 63 मोनास्टरी प्रतिनिधि व केअर टेकर शामिल हुए.
क्या बोले डीएम…
डीएम ने सभी मोनास्टरी के प्रतिनिधियों का बैठक में स्वागत करते हुए कहा कि आप सभी अलग-अलग विभिन्न देशों से जुड़े हुए हैं. सभी का बोधगया में मोनास्टरी भी है. सरकार व प्रशासन का प्रयास है कि आप सभी बिहार के साथ-साथ गया जिला को इकोनॉमिकली ग्रोथ करने में आगे बढ़ें. बिहार में बड़े उद्योग संस्थापित करने के लिए आप अपने स्तर से भी अपने देश के उद्योगपतियों को प्रेरित करें.
Meeting with Monasteries for the upcoming Bihar Business Connect 2023. Fruitful discussions wrt opportunities provided for Industrial landscape in the state of Bihar.#BiharBusinessConnect2023@BIADAbihar@BiharIndustries@IndustriesBihar @gaya_dm pic.twitter.com/xiZDdtiFbJ
— Vinod Duhan (@VinodDuhan_IAS) November 25, 2023
बाहरी निवेशकों को आकर्षित के उद्देश्य से हो रहा बिहार बिजनेस कनेक्ट 2023
बिहार बिजनेस कनेक्ट 2023- ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन के पीछे सबसे बड़ा मकसद राज्य में बाहरी निवेशकों को आकर्षित करना होता है. इसमें दुनिया भर के निवेशकों व कंपनियों को आमंत्रित किया जाता है. 13 दिसंबर को टेक्सटाइल, लेदर, फूड प्रोसेसिंग, जनरल मैन्युफैक्चरिंग, आइटी व इएसडीएम जैसे उद्योग लगाने के लिए उद्योगपतियों के साथ कार्यशाला आयोजित की जायेगी. इसी के मद्देनजर बैठक में बिहार में विदेशी निवेशकों को प्रोत्साहन पर विशेष रूप से परिचर्चा की गयी.
मेंगा इवेंट में बिहार के बदलते औद्योगिक परिदृश्य को प्रस्तुत किया जायेगा
डीएम ने मौजूद विभिन्न देशों के बौद्ध भिक्षुओं को राज्य की मजबूत आधारभूत संरचना, उत्तम कानून व्यवस्था व शांति एवं सौहार्दपूर्ण माहौल की जानकारी दी व अपने देश के निवेशकों से अधिक से अधिक निवेश कराने का अनुरोध किया. इस दौरान बैठक में भिक्षु प्रभारियों व प्रतिनिधियों को बताया गया कि इस दो दिवसीय मेंगा इवेंट में बिहार के बदलते औद्योगिक परिदृश्य को प्रस्तुत किया जायेगा. इसका मकसद निवेशकों को प्रोत्साहित और आकर्षित करना है. दो दिवसीय इस कार्यक्रम में बिजनेस नेटवर्किंग, ज्ञानवर्द्धक चर्चाएं, तालमेल व साझेदारी के अवसरों की खोज से संबंधित सत्र होंगे.
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औद्योगिक उड़ान के लिए अब तैयार है बिहार
डीएम ने बताया कि इतिहास, संस्कृति व कृषि के लिए जाने जाना वाला बिहार अब औद्योगिक विकास के पथ पर अग्रसर है. पिछले कुछ वर्षों में बिहार की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है. 2021-22 में बिहार की विकास दर 10.98 प्रतिशत, देश में तीसरी सबसे अधिक थी. बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति 2016 ने राज्य में औद्योगिक भागीदारी के लिए एक अनुकूल माहौल तैयार किया है. अब यहां उद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसके लिए यहां निवेशकों के अनुकूल औद्योगिक नीतियां बनायी गयीं हैं जिनमें प्रमुख रूप से बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति 2016, बिहार कपड़ा और चमड़ा नीति 2022, बिहार ब्योफ्यूएल्स उत्पादन प्रोत्साहन नीति 2023, बिहार लॉजिस्टिक नीति 2023 शामिल हैं.
दी जाती है आकर्षक इंसेंटिव व सब्सिडी
इन नीतियों के तहत आकर्षक इंसेंटिव व सब्सिडी प्रदान की जाती हैं. उपयुक्त अवसर व अनुकूल वातावरण के कारण बिहार अब औद्योगिक उड़ान के लिए तैयार है. बैठक में डीडीसी, सदर एसडीओ, बोधगया डीएसपी, पटना से आये उद्योग विभाग के नोडल पदाधिकारी विवेक आनंद, बोधगया नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी, बीटीएमसी की सचिव, बीटीएमसी के सदस्य, आइबीसी के जेनरल सेक्रेटरी सहित 63 मोनास्ट्री के हेड, प्रभारी व केयर टेकर मौजूद थे.