मोतिहारी. एनक्यूएएस प्रमाणिकरण को लेकर शनिवार को सदर अस्पताल में अस्पताल प्रबंधक के कक्ष में उपाधीक्षक डॉ अवधेश कुमार की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें राष्ट्रीय मानक के अनुरूप अस्पताल को सृदृढ़ करने पर विचार-विमर्श किया गया. बैठक में सभी वार्ड के वार्ड अटेंडेंट मौजूद थे. कार्यक्रम में उपाधीक्षक ने सभी आठ विभागों को चिन्हित कर क्वालिटी सुधार के निर्देश दिया, जिसमें इमरजेंसी वार्ड, ब्लड बैंक, प्रसव कक्ष, एसएनसीयू, साफ-सफाई, इंफेक्शन से बचाव की व्यवस्था, दवा का इंतजाम करने के साथ ही सभी कर्मियों में सुधार का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि मोतिहारी सदर अस्पताल की व्यवस्था संतोषजनक है इसे और बेहतर बनाया जाए, ताकि राज्य में यह अव्वल आ सके. कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाणीकरण हो इसके लिए सभी पार्टनर्स एजेंसियों का सहयोग लेकर सफल प्रयास किया जा सकता है. अस्पताल प्रबंधक कौशल कुमार दुबे ने बताया कि एनक्यूएएस के क्वालिफाई प्रमाण पत्र के लिए न्यूनतम 70 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य है. इसके लिए सक्षम पोर्टल पर सभी मानकों से संबंधित डाट को अपलोड करना होगा. एक्शन प्लान तैयार करने हेतु अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया. बैठक में इन अधिकारियों के अतिरिक्त पिरामल के प्रतिनिधि राजेश गिरि, एलीशा, अश्विनी, निकीता, सिद्धांत कुमार, मदन माेहन झा, ब्लड बैंक इंचार्ज तबरेज आलम मौजूद थे. अस्पताल खुद करेगा एसेस्मेंट राज्य स्वास्थ्य समिति ने बिहार के सदर अस्पतालों को खुद अपना एसेंस्मेंट करने का निर्देश दिया है. साथ ही उन्हें प्रत्येक सप्ताह इस एसेस्मेंट का रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है. फस अटेंडेंट बनाने वाले को मिलेगा वेतन राज्य स्वास्थ्य समिति ने फेस अटेंडेंस बनाने वाले को ही अगस्त माह से वेतन देने का निर्देश दिया है. समिति ने बताया कि भव्या पोर्टल के माध्यम से जिन कर्मचारियों के द्वारा हाजिरी बनायी जायेगी, उन्हें ही वेतन दिया जायेगा.
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