मोतिहारी. सदर अस्पताल में बुधवार को करीब आधे दर्जन आयुष चिकित्सकों ने अपना योगदान दिया. इनके योगदान से बंद पड़े केंद्र प्रायोजित योजनाओं का फिर से संचालन होगा. साथ ही आयुर्वेद के प्रति रूणन वाले व्यक्ति अपना इलाज करा सकते हैं. जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल में 66 चिकित्सक है, जिसमें अलग-अलग विभाग के चिकित्सक थे. आयुष के चिकित्सक नहीं होने से केंद्र प्रायोजित आरबीएस के योजना ठप हो गया था. अब इनके आने से फिर से चालू किया जा सकता है. इस संबंध में अस्पताल प्रबंधक कौशल कुमार दुबे ने बताया कि इनलोगों के आने के बाद अब आयुर्वेद पद्धति से भी इलाज कराया जा सकता है. इनके लिए पुराने ओपीडी के कमरा आठ को खोल कर उसे ठी कराया जा रहा है. कल से उनलोगों का ओपीडी शुरू हो जायेगा. अस्पताल प्रबंधक ने बताया कि सदर अस्पताल में आयुर्वेद की दवाएं उपलब्ध नहीं है. इसके लिए सरकार को लिखा गया है, ताकि आयुर्वेद की दवाएं उपलब्ध हो सके.
डॉ ज्योति कुमारी, डॉ एश्वर्य चौबे, डॉ जितेन्द्र कुमार, डॉ वजीरूल हक, डॉ वीरमणि पांडेय व डॉ बदरूहसन के नाम शामिल है.
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