सिकरहना. शिवहर लोकसभा व सिकरहना अुनमंडल से जुड़े तीन लोक सभा में एनडीए प्रत्याशी लवली आनंद ढाका में करीब 12800 वोटों से राजद प्रत्याशी रितू जायसवाल से पिछड़ गयी थी, जहां चिरैया में करीब नौ हजार व मधुबन में करीब डेढ़ हजार की बढ़त से उन्हें राहत मिली. जबकि ढाका, चिरैया और घोड़ासहन विधानसभा से भाजपा के विधायक है. राजद समर्थकों का कहना है कि चिरैया व मधुबन में अपेक्षा के अनुरूप वोट नहीं मिला, तो ढाका में बढ़त कुछ और होती, जो नहीं हो सका. वहीं एनडीए समर्थक कम अंतर के जीत को कोर वोटर का विरुद्ध में मतदान करना या उदासीन होना कारण बताया है. मतगणना के दौरान दोनाें प्रत्याशियों के बीच पहले तो कम के अंतर से संघर्ष चला, लेकिन 50 वें राउंड के बाद 15-16 हजार के अंतर पर एनडीए आगे रही. फिर यह अंतर बढ़कर 20-22, फिर 30-32 हजार से आगे-पिछे चलती रही. अंतत काफी संघर्ष के बाद एनडीए प्रत्याशी की जीत करीब 29 हजार वोट से हुयी, जहां रीगा में एनडीए को 23 हजार व चिरैया में नौ हजार की बढ़त ने विजयी पथ दिखाया. मतगणना के दौरान संघर्ष के पिछे एक कारण फुलवरिया घाट में एनडीए शासन में पुल का शिलान्यास हुआ, लेकिन अब तक पूर्ण नहीं हो सका है. वहीं बेलवा घाट बराज सह सड़क का निर्माण, रिगा चीनी मिल का बंद होना आदि कारण बने कम वोटों के अंतर के. वहीं राजद प्रत्याशी रितू जायसवाल के जनसंपर्क के दौरान चिरैया विस में दो गुटों में झड़प और तीन प्राथमिकी के कारण दोनों गुट के लोग उदासीन दिखे. मधुबन में विधायक के भाई भी प्रत्याशी बन गये थे, जहां लीड वोट का अंतर कम हुआ और राजद नराज भाजपा के कोर वोटर को अपने पाले में नहीं कर सकी. पक्ष-विपक्ष के कई कदावर नेता व कार्यकर्ताओं के बूथाें पर भी समर्थित दल से अधिक विरोधी दल को वोट मिल गया. जिसको ले पूरे दिन चर्चाओं का बाजार गर्म रहा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है