अरेरज. देवाधिदेव महादेव के प्रिय मास सावन के प्रथम सोमवारी पर प्रसिद्ध बाबा सोमेश्वरनाथ महादेव में रविवार देर रात्रि से ही श्रद्धालुओं की भीड़ इकट्ठा होने लगा. बोलबम के जयकारे के साथ हाथ में गंगाजल पुष्प बेलपत्र लिए शिवभक्त कतारबद्ध में रहे. शिव भक्तों की भीड़ को देखते हुए दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी व सुरक्षा बल उपस्थिति में प्रथम पूजा के बाद जलाभिषेक के लिए मंदिर का पट खोल दिया गया. पट खुलते ही शिव जयकारे के साथ भक्त जलाभिषेक कर मंगलकामना करने में जुट गए. महिला व पुरुष श्रद्धालुओं के लिए अलग अलग कतार व जलाभिषेक के लिए अरघा की व्यवस्था मंदिर प्रबंधन व प्रशासन द्वारा की गयी है. मंदिर पट खुलने से देर शाम तक भिन्न भिन्न नदियों से जलभरी कर डीजे के भक्ति धुन पर श्रद्धालु का जत्था दिनभर शिवनगरी पहुंचते रहा. भक्तों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन के द्वारा जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की कतार मंदिर द्वार से बरवा हनुमान मंदिर तक तीन लेयर में की गयी. अप्रत्याशित भीड़ में टूटा बैरिकेडिंग
केसरिया.श्रावन मास की पहली सोमवारी को उत्तर बिहार के सुप्रसिद्ध केशरनाथ महादेव मंदिर में अहले सुबह से देर शाम तक हर-हर महादेव. ओम नम: शिवाय. बोल-बम का जयघोष से पूरा इलाका गुंजायमान होता रहा.करीब एक लाख से अधिक शिव भक्त श्रद्धालुओं ने केशरनाथ मंदिरों में विराजमान देवाधिदेव महादेव का विधि-विधान के साथ बेल पत्र, धतूर, मदार चढ़ाकर जलाभिषेक कर पुण्य अर्जित की. अत्यधिक भीड़ को लेकर सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था रही.महिला एवं पुरुष शिव भक्तों के लिए अलग-अलग बैरिकेटिंग की व्यवस्था की गयी थी. सतरधाट स्थित गंडक नदी से बड़ी संख्या श्रदालुओं ने गंगाजल लेकर जलाभिषेक किया.थानाध्यक्ष उदय कुमार खुद मेला परिसर में घूम कर व्यवस्था का जायेजा लेते रहे.
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