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सूबे में टॉप 12 साइबर अपराधी एक्टिव, टॉप टेन में पूर्वी चंपारण

प्रदेश के टॉप टेन साइबर अपराधी एक्टिव जिलों में पर पहुंच गया है पूर्वी चम्पारण. जानकारी के अनुसार जिले में एक से 30 नवम्बर के बीच में 25 से 30 साइबर अपराधी एक्टिव रहे हैं.

मोतिहारी. प्रदेश के टॉप टेन साइबर अपराधी एक्टिव जिलों में पर पहुंच गया है पूर्वी चम्पारण. जानकारी के अनुसार जिले में एक से 30 नवम्बर के बीच में 25 से 30 साइबर अपराधी एक्टिव रहें हैं. लेकिन, अपराधियों के मोबाइल का सी टाइप लोकेशन मिलने के कारण उनको ट्रेस करने में साइबर पुलिस को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. साइबर अपराधी जिले में प्रतिदिन औसतन एक से चार लोगों को शिकार बना रहा है.कई लोग लाज के कारण कम राशि की ठगी होने पर प्राथमिकी भी दर्ज नहीं कराते़, शहर के अगरवा एजेंसी संचालक व राजाबार के अवकाश प्राप्त बैंककर्मी से साइबर अपराधियों ने बिजली सुधर के नाम पर लाखों की ठगी कर चुके हैं, इसके अलावे कई लोग है जो ठगी के शिकार हुए हैं. जिले के अलग अलग व साइबर थानों में 250 से अधिक साइबर अपराध से संबंधित प्राथमिकी दर्ज की गयी है. प्रतिबिम्ब पोर्टल के अनुसार सूबे में सबसे अधिक साइबर के संदिग्ध अपराधी 581 नवादा जिले में ट्रेस किया गया है. नालंदा जिला दूसरे स्थान पर है. यहां 551 साइबर अपराध से जुड़े संदिग्ध नंबर का लोकेशन पाया गया है. जिला साइबर थाने की पुलिस लगातार अपराधियों के लोकेशन पर छापेमारी कर रही है. लेकिन, साइबर अपराधी तुरंत अपना लोकेशन बदल ले रहे हैं. साइबर डीएसपी म. वसीम फिरोज का कहना है कि जिला साइबर थाने की पुलिस लगातार साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. कुछ साइबर अपराधियों को जेल भेजा गया है. ग्रामीण इलाकों में भी साइबर पुलिस की नजर हैं. जहां साइबर अपराधी के लोकेशन मिलने की संभावना है. उनके बारे में गोपनीय तरीके से जानकारी जुटायी जा रही है. देवघर में देश में सबसे अधिक ट्रैक हुए हैं साइबर अपराधी प्रतिबिंब पोर्टल के अनुसार एक अगस्त से 25 अगस्त के बीच में देश में सबसे अधिक झारखंड के देवघर में 2006, राजस्थान के डेग में 1860, हरियाणा के नूह में 1607, झारखंड के जामताड़ा में 690, बिहार के नवादा में 581 नालंदा में 551 दिल्ली के वेस्ट दिल्ली में 525, यूपी के गौतम बुद्ध नगर में 464, बेंगलुरु अरवन में 449 और यहां करीब 155 साइबर अपराधियों का लोकेशन ट्रेस किया गया है. जामताड़ा में पहले प्रयोग हुआ था प्रतिबिंब पोर्टल साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए प्रतिबिंब पोर्टल तैयार किया गया है. इस पोर्टल को केंद्रीय गृह मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर आइफोरसी ने तैयार किया है. इसका इस्तेमाल झारखंड के जामताड़ा में सक्रिय साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसने में सबसे पहले किया गया था. इस पोर्टल की मदद से इलाके में सक्रिय साइबर अपराधियों का रियल टाइम लोकेशन उस क्षेत्र के एसपी व एसएचओ को मिल जाती है. क्या कहते हैं अधिकारी नेपाल सीमावर्ती शहर होने के कारण साइबर अपराधी इस जिले में ज्यादा एक्टिव हो रहे हैं. ऐसे में जिलेवासी भी अपनी जिम्मेवारी समझे अगर आपके पास किसी तरह से संदिग्ध रुपये का लेन-देन हो रहा है. अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति के खाते खुलवा रहा है तो तुरंत साइबर पुलिस को सूचना दे. आपकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी. कहा कि नवम्बर में करीब तीस मामले दर्ज हुए है जो अब तक का करीब डेढ. सौ के आस पास है़,संभत टॉप टेन के अंदर है जिला़ मो. वसीम फिरोज, साइबर डीएसपी,मोतिहारी

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