मधुबन. विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं केंद्रीय मंत्री सह केंद्रीय सम्पर्क प्रमुख अम्बरीष ने कहा है कि राष्ट्र के समक्ष जनसंख्या असंतुलन सबसे बड़ी चुनौती है.देश में बंगलादेशी व रोहिण्या घुसपैठिये चिंता पैदा कर रहे हैं. जिन्हें कुछ लोग राजनीतिक फायदे के लिये संरक्षण दे रहे है.अम्बरीष ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मधुबन सेंट्रल स्कूल में आयोजित 60 वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदू धर्म में छुआ-छूत शास्त्र सम्मत नहीं है.जन्म के आधार पर कोई बड़ा नहीं,कोई छोटा नहीं है.कोई पावन नहीं व कोई अपवित्र नहीं है.हम सभी ऋषि पुत्र हैं.विहिप के 60 वर्षों के संघर्ष के बाद प्राप्त सफलताओं की चर्चा उपस्थित समूह से की.भारत की सभ्यता व संस्कृति सबसे पुरानी संस्कृति बताया.कहा कि विदेशी आक्रमणों व गुलामी के बावजूद हमारी सभ्यता व संस्कृति अक्षुण्ण है.जिसे कायम रखना सभी हिन्दुओं का कर्तव्य है.इस कार्य में विहिप विगत 60 वर्षों से लगा हुआ है.विहिप संत सम्पर्क,गौरक्षा,अवैध धर्मांतरण को रोकने के लिये लगातार प्रयासरत हैं.इस अभियान के तहत पूरे देश में 200 से ज्यादा गौशाला,चलायी जा रही है.25 लाख से अधिक गौवंश को तस्करों से बचाया गया है. सेवा विभाग के तहत 45 सौ सेवा प्रकल्प है. कार्यक्रम को विहिप के उत्तर बिहार प्रांत मंत्री रणवीर सिंह,रामनगर मठ के महंथ महामंडलेश्वर रामनरेश दास,गायत्री परिवार के उमाशंकर सिंह, सेवानिवृत्त शिक्षक छठू राम आदि ने संबोधित किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता छठू राम व धन्यवाद ज्ञापन रणवीर सिंह ने किया. कार्यक्रम की आगाज द्वीप प्रज्ज्वलित करके किया गया. मौके पर महंथ द्वारिका दास,सांगठनिक जिला चकिया के अध्यक्ष उमेश कुमार,उपाध्यक्ष अंशू श्रीवास्तव,मनीष खोखा,रमेश पासवान, विपिन कुशवाहा, अनिकेत कुमार, मुकुल कुमार, विवेक जायसवाल, श्याम कुमार, कृष कुमार समेत साधु संत आदि मौजूद थे.
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