विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी गुरुवार को अपनी निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा के क्रम में उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर पहुंचे.
सहनी का उत्तर प्रदेश सीमा पर ही जोरदार स्वागत किया गया. इसके बाद उनका काफिला सुल्तानपुर पहुंचा जहां लोगों ने दिल खोलकर स्वागत करते हुए वीआईपी तथा मुकेश सहनी के पक्ष में नारे लगाए.
गुरुवार की संकल्प यात्रा की शुरुआत सुल्तानपुर के कादीपुर से प्रारंभ हुई. यहां बड़ी संख्या में महिला, बुजुर्ग, युवा सहित बच्चों ने सहनी का स्वागत किया. यहां लोगों ने आने वाली पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य के लिए उन्हें पढ़ाने का तथा संघर्ष करने का हाथ में गंगाजल लेकर संकल्प लिया. इस दौरान यहां उपस्थित लोगों ने एक स्वर में कहा, आरक्षण नहीं तो वोट नहीं.
कादीपुर के बाद संकल्प यात्रा मोतीगरपुर, बरोसा चौराहा, टाटिया नगर, त्रिकोनिया पार्क, पीढ़ी चौराहा होते हुए सेमरी बाजार पहुंची. इन सभी जगहों पर बड़ी संख्या में लोग सहनी का इंतजार कर रहे थे. इन सभी जगहों पर सहनी ने लोगों के हाथ में गंगाजल देकर संकल्प करवाया.
उपस्थित लोगों को संकल्प दिलवाने के क्रम में मुकेश सहनी ने कहा कि आप सभी जानते है कि बिहार सरकार में मैं मंत्री था, लेकिन हमारे चार विधायकों को खरीद लिया गया. अब समय आ गया कि उसका बदला लिया जाए.
वीआईपी प्रमुख ने सभी लोगों से संकल्प लेने का आह्वान करते हुए कहा कि यहां के मुख्यमंत्री योगी जी जान जाए कि अब न निषाद का वोट बिकेगा न गुमराह होगा.
मुकेश सहनी ने कहा कि आज हम सभी संघर्ष का संकल्प ले रहे है और संकल्प निषादों के उज्जवल भविष्य को तय करेगा. उन्होंने कहा कि आज पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में निषादों को आरक्षण मिल रहा है लेकिन बिहार, यूपी, झारखंड को अब भी यह अधिकार नहीं दिया गया है.
मुकेश सहनी ने कहा कि अब आरक्षण की जो बात करेगा उसी के साथ निषाद बात करेगा. आरक्षण नहीं तो गठबंधन नहीं और गठबंधन नहीं तो वोट नहीं.