मुंगेर : बिहार में मुंगेर प्रक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक मनु महाराज के नाम से इंस्टाग्राम एवं फेसबुक पर फर्जी आईडी बनाकर गलत कार्य करने में संलिप्त गया जिले से दो भाईयों को मुंगेर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोप है कि पिछले पांच वर्षों से दोनों फर्जी आईडी बनाकर न सिर्फ लोगों से ठगी करते थे, बल्कि छात्राओं को अश्लील फोटो व वीडियो के माध्यम से ब्लैकमेल भी करते थे.
डीआइजी के नाम पर इंस्टाग्राम व फेसबुक पर बना रखा था फर्जी अकाउंट
बताया जा रहा है कि मुंगेर डीआईजी मनु महाराज के नाम से इंस्टाग्राम एवं फेसबुक पर दो फर्जी आईडी manumaharaj.co.in एवं maharajipsofficer.com बनाकर गलत ढंग से इस्तेमाल किया जा रहा था. इसको लेकर जमालपुर के ईस्ट कॉलोनी थाना में अज्ञात के खिलाफ कांड अंकित किया गया और जमालपुर सर्किल इंस्पेक्टर पुलिस निरीक्षक पंकज कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया. गठित टीम द्वारा तकनीकी अनुसंधान प्रारंभ हुआ. अनुसंधान के दौरान पता चला कि सोशल मीडिया पर फेक आइडी बनाकर इस्तेमाल करने वाला यूजर नीरज कुमार है. जो गया जिले के रामजी मार्केट बेलागंज का रहने वाला है. मुंगेर पुलिस ने गया पुलिस के सहयोग से छापेमारी कर नीरज कुमार को गिरफ्तार किया.
छोटा भाई के चक्कर में फंस गया बड़ा भाई
पुलिस ने जब सिम कार्डधारी नीरज कुमार को गिरफ्तार किया तो फेक आईडी में प्रयोग किया गया मोबाइल नंबर का सिम उसके नाम से निर्गत तो है. लेकिन, उसका छोटा भाई धीरज कुमार उर्फ राज कुमार द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है. नीरज के बयान पर पुलिस ने फेक आईडी में इस्तेमाल किये जा रहे दो मोबाइल फोन सेट के साथ धीरज कुमार उर्फ राज कुमार को गिरफ्तार कर लिया. धीरज ने स्वीकार किया कि फर्जी आइडी उसके द्वारा ही बनाकर अरसे से इस्तेमाल किया जा रहा है. लेकिन, वह कभी गिरफ्तार नहीं हुआ.
छात्राओं को करता था ब्लैकमेल
बताया जाता है कि धीरज कुमार गया के बेलागंज में रामेश्वर हाईस्कूल काली मंदिर मोड़ के समीप एक कोचिंग चलाता है. वह बिहार में सिंघम के नाम से मशहूर मुंगेर प्रक्षेत्र के डीआईजी मनु महाराज के नाम पर फेसबुक एवं इंस्टाग्राम पर फर्जी अकाउंट चला कर कोचिंग का प्रचार प्रसार करता था. ताकि, इनसे प्रभावित होकर छात्र-छात्राएं कोचिंग से जुड़े और अधिक से अधिक लाभ प्राप्त किया जा सके. इतना ही नहीं धीरज कुमार ने पुलिस को जो बताया वह चौंकाने वाला था. उसने इस दौरान कई छात्राओं का अश्लील फोटो और वीडियो के माध्यम से ब्लैकमेल भी किया था. जिसका प्रमाण इसके पास से जब्त मोबाइल में मिला है. डीआईजी ने मोबाइल में मिले फोटो व वीडियो का भी अनुसंधान करने का निर्देश दिया.
कहते हैं डीआईजी
डीआईजी मनु महाराज ने कहा कि फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डीआईजी मनु महाराज के नाम से या उनके द्वारा कोई आईडी इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. वे सिर्फ व्हाट्सएप यूजर है. यदि कोई व्यक्ति मेरे नाम से फर्जी आईडी बनाकर अनुचित लाभ एवं दिगभ्रमित करने के उद्देश्य से सोशल मीडिया के साइट पर दुरुपयोग किया जाता है तो इसकी सूचना उन्हें दे. ताकि फर्जी यूजर पर कार्रवाई की जा सके.