Munger News अवैध हथियार निर्माण के खिलाफ गुरुवार की अहले सुबह मुफस्सिल थाना क्षेत्र के टीकारापुर दियारा क्षेत्र में विशेष छापेमारी अभियान चलाया गया. पुलिस ने इस दौरान पांच मिनीगन फैक्ट्री का उद्भेदन किया और हथियार बनाते चार लोगों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने छापेमारी में तीन अर्धनिर्मित पिस्टल, पांच कारतूस समेत भारी मात्रा में हथियार बनाने के उपकरण व पार्ट बरामद किया है.
बताया जाता है कि मुफस्सिल थाना पुलिस को सूचना मिली कि टीकारामपुर दियारा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मिनीगन फैक्ट्री का संचालन कर अवैध हथियार का निर्माण हो रहा है. हथियारों की तस्करी की जा रही है. एसडीपीओ सदर राजेश कुमार, परीक्ष्यमान पुलिस अधीक्षक सह मुफस्सिल थानाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, जो बुधवार की रात ही टीकारापुर दियारा पहुंच गयी. गुरुवार की अहले सुबह थाना पुलिस व एसटीएफ टीकारामपुर की टीम ने एक मकई खेत की घेराबंदी कर छापेमारी शुरू की, जहां पर हथियार बनाने का काम हो रहा था.
पुलिस को देखकर हथियार बनाने वाला कारीगर व सरगना भागने लगा, जिसे पुलिस ने खदेड़ कर गिरफ्तार कर किया. पुलिस ने जब मकई खेत में सर्च अभियान चलाया तो वहां से पुलिस ने 3 अर्धनिर्मित पिस्टल, पांच कारतूस, 5 बेस मशीन, 2 ड्रील मशीन, 2 निर्मित मैगजीन सहित भारी मात्रा में हथियार बनाने का उपकरण व पार्ट बरामद किया. पुलिस ने हथियार तस्कर टीकारामपुर निवासी विजय यादव के पुत्र राजाराम यादव, मिर्जापुर बरदह निवासी मो रहमान के पुत्र मो मुबारक, टीकारापुर बिहारी मरर टोला निवासी बिट्टू कुमार व पिंटू कुमार को मौके से गिरफ्तार किया है.
राजाराम है सरगना, पश्चिम बंगाल का था डिमांड
परीक्ष्यमान पुलिस अधीक्षक सह थानाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह ने बताया कि गिरफ्तार राजाराम यादव सरगना है. पश्चिम बंगाल व अन्य राज्यों से हथियारों का डिमांड आया था, जिसकी पूर्ति को लेकर मकई खेत में छिप कर हथियारों का निर्माण किया जा रहा था. उन्होंने बताया कि ये लोग देश के विभिन्न राज्यों में हथियारों की आपूर्ति करता है. गिरफ्तार सरगना ने इसमें संलिप्त कारीगर व हथियार तस्कर के नामों का खुलासा किया है.
इसे लेकर पुलिस ने अनुसंधान प्रारंभ कर दिया है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर हथियार निर्माण व तस्करी पर शिकंजा कसने को लेकर लगातार अभियान चलाया जा रहा है. गिरफ्तार सरगना और कारीगरों को पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. मुफस्सिल थाने में प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तार हथियार तस्करों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है