मुंगेर. केंद्र में सरकार बनाने को लेकर एनडीए ने कवायद तेज कर दी है. दिल्ली में एनडीए कोर कमेटी की बैठक हुई और नरेंदद्र मोदी को नेता चुन लिया गया. इसमें देश के विभिन्न राज्यों से 21 सदस्यों ने भाग लिया. इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ही मुंगेर के सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने भी भाग लिया. इससे यह उम्मीद जगी है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में ललन सिंह को शामिल किया जायेगा. ज्ञात हो कि मुंगेर लोकसभा हमेशा से राजनीतिक दृष्टिकोण से काफी मजबूत रहा है. इसने देश को मधुलिमिये जैसा सांसद दिया. लेकिन केंद्रीय मंत्रिमंडल में उनको जगह नहीं दी गयी. 1972 में जब डीपी यादव ने मधुलिमिये जैसे नेता को पराजित किया तो कांग्रेस नेतृत्व की नजर में वे आ गये. इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्रित्व काल में केंद्रीय मंत्रीमंडल में डीपी यादव को शामिल किया गया. लेकिन उसके बाद वे दो बार और सांसद बने, पर उनको केंद्रीय मंत्रीमंडल में जगह नहीं मिली. जब 2004 में मनमोहन सिंह की केंद्र में सरकार बनी तो राजद नेता सह मुंगेर के सांसद जयप्रकाश नारायण यादव को केंद्रीय मंत्रीमंडल में शामिल किया गया. उन्हें जल संसाधन राज्य मंत्री बनाया गया था. जयप्रकाश नारायण यादव के बाद मुंगेर को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली. नरेंद्र मोदी की सरकार में मुंगेर के सांसद ललन सिंह के केंद्रीय मंत्रीमंडल में शामिल होने की संभावना प्रबल थी. उस समय जदयू के राज्यसभा सदस्य आरसीपी सिंह को शामिल कर लिया गया था, लेकिन इस बार मुंगेर काे केंद्रीय मंत्रीमंडल में प्रतिनिधित्व मिलने की संभावना है.
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