Munger News : मुंगेर. सरकार द्वारा मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के साथ नि:शुल्क जांच व्यवस्था के लिए करोड़ों रुपये खर्च किये जाते हैं. मुंगेर में सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर 24×7 सभी प्रकार की जांच सुविधा मरीजों को देने का निर्देश भी दिया गया है. सदर अस्पताल में मरीजों को सुलभ जांच उपलब्ध कराने के लिए जहां पीपीई मोड में एक्स-रे जांच की व्यवस्था है. वहीं अल्ट्रासाउंड जांच की व्यवस्था भी सरकारी स्तर पर है. लेकिन बदहाल व्यवस्था के कारण आये दिन सदर अस्पताल में कभी एक्स-रे तो कभी अल्ट्रासाउंड जांच प्रभावित रहता है. इस कारण मरीजों को परेशानियों का समाना करना पड़ताहै. साथ ही मुफ्त में मिलने वाली जांच सुविधा के लिए पैसे खर्च करने पड़तेहैं.
एक्स-रे जांच प्रभावित होने से मरीज होते हैं परेशान
सदर अस्पताल में पीपीई मोड पर साल 2022 से ही एक्स-रे जांच केंद्र संचालित है. वर्तमान में एक्स-रे मशीन के पैनल डिटेक्टर में बारिश का पानी चले जाने के कारण मशीन पांच दिनों से बंद है. ऐसे में कई गरीब व असहाय मरीजों की सही समय पर जांच तक नहीं हो रही. साल 2023 के मई माह से जून 2024 के बीच सदर अस्पताल में एक्स-रे जांच ठप होने का आंकड़ा देखने पर खुद ही समझा जा सकता है कि यहां मरीजों को एक्स-रे जांच की सुविधा किस हद तक सुलभ है. इस दौरान लगभग 70 से अधिक दिनों तक एक्स-रे जांच सदर अस्पताल में विभिन्न कारणों से बंद रहा है. यह हाल तब है जब मुंगेर सदर अस्पताल में प्रतिदिन सड़क दुर्घटना, मारपीट या अन्य घायल मामलों के मरीज आते हैं. उन्हें एक्स-रे जांच के लिए भी बाहर जाना पड़ताहै.
केवल एक टेक्नीशियन की वजह से बाधित होती है अल्ट्रासाउंड जांच
मुंगेर सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड जांच केंद्र खुद स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित किया जाता है. जहां प्रसव केंद्र में आने वाली गर्भवती महिलाओं सहित अन्य मरीजों की प्रतिदिन अल्ट्रासाउंड जांच की जाती है. जबकि यहां प्रतिदिन सुबह 8 से अपराह्न 2 बजे तक ही लगभग 70 से 80 मरीजों का जांच होती है. वहीं इससे कहीं अधिक मरीजों द्वारा जांच के लिए नंबर लगाया जाता है. ऐसे में सदर अस्पताल के अल्ट्रासाउंड जांच में केवल एक टेक्नीशियन के होने से आये दिन जांच प्रभावित होता है. इससे मरीजों और गर्भवतियों को अल्ट्रासाउंड जांच के लिए निजी जांच केंद्र जाना पड़ताहै. इसके लिए उन्हें एक से दो हजार रुपये खर्च करने पड़तेहैं.
पैथोलॉजी जांच की व्यवस्था भी बदहाल
सदर अस्पताल में 24 घंटे संचालित पैथोलॉजी जांच व्यवस्था भी भगवान भरोसे है. यहां पहले तो कई आवश्यक पैथोलॉजी जांच की व्यवस्था नहीं है. जबकि आये दिन जांच कर्मियों की मनमानी के कारण मरीजों को सीबीसी जैसे सामान्य जांच के लिए घंटों इंतजार करना पड़ताहै. रात के समय तो सदर अस्पताल में पैथोलॉजी जांच की व्यवस्था उपलब्ध नहीं है.
मई 2023 से जून 2024 तक कब-कब प्रभावित रही एक्स-रे जांच
- 4 से 12 मई 2023 तक एक्स-रे जांच मशीन का राउटर और पावर क्वायल जल जाने के कारण जांच प्रभावित रही.
- 29 मई 2023 को तत्कालीन सिविल सर्जन के निरीक्षण के दौरान भी एक्स-रे जांच केंद्र बंद पाया गया था. इसे लेकर सिविल सर्जन द्वारा कार्रवाई भी की गयी थी.
- 5 से 12 सितंबर 2023 तक तकनीकी खराबी के कारण एक्स-रे जांच बंद थी..
- 20 से 27 दिसंबर 2023 तक शॉट सर्किट से मशीन जल जाने के कारण एक्स-रे जांच बंद थी.
- 15 से 26 मार्च 2024 तक अबतक दोबार मशीन में खराबी आने के कारण जांच बंद थी.
- 13 से 19 अप्रैल 2024 तक एक्स-रे मशीन में तकनीकी खराबी आने के कारण जांच प्रभावित रही.
- 4 जुलाई 2024 से ही एक्स-रे मशीन के पैनल डिटेक्टर में बारिश का पानी जाने के कारण जांच प्रभावित है.
अगस्त 2023 से 2024 जून तक कब-कब प्रभावित रही अल्ट्रासाउंड जांच
- 16 से 19 अगस्त 2023 तक मशीन खराब हो जाने के कारण अल्ट्रासाउंड जांच प्रभावित रही.
- 22 अगस्त 2023 को टेक्नीशियन के अवकाश पर रहने के कारण ओटी कर्मी द्वारा जांच की जा रही थी, जिससे हंगामा की स्थिति बन गयी थी. इसके बाद अस्पताल प्रबंधन द्वारा 23 से 29 अगस्त 2023 तक टेक्नीशियन के अवकाश पर रहने के कारण जांच केंद्र बंद कर दिया गया था.
- 6 से 8 सितंबर 2023 के बीच भी अल्ट्रासाउंड टेक्नीशियन के अवकाश पर रहने के कारण जांच प्रभावित रही.
- 1 से 3 नवंबर 2023 के बीच भी टेक्नीशियन के अवकाश पर रहने से अल्ट्रासाउंड जांच बंद थी.
- 11 से 14 मार्च 2024 के बीच टेक्नीशियन के अवकाश पर रहने के कारण अल्ट्रासाउंड जांच बंद थी.
- 17 से 19 अप्रैल तक टेक्नीशियन के अवकाश पर रहने के कारण जांच प्रभावित रही.