मुंगेर
जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने मंगलवार को सदर अस्पताल में बन रहे 100 बेड के मॉडल अस्पताल का निरीक्षण किया. इस दौरान बीएमआईसीएल के अधिकारियों और एजेंसी के प्रतिनिधि को 10 जनवरी तक मॉडल अस्पताल हैंडओवर करने का निर्देश दिया गया. ताकि नये साल में लोगों को मॉडल अस्पताल सौगात के रूप में मिल सके. इस दौरान उनके साथ डीडीसी अजीत कुमार, सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार सिन्हा, अस्पताल उपाधीक्षक डॉ रमन कुमार मुख्य रूप से मौजूद थे.जिलाधिकारी मंगलवार की सुबह अस्पताल में बन रहे मॉडल अस्पताल पहुंचे. जहां उन्होंने एजेंसी के प्रतिनिधि से कार्य की प्रगति की जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने प्रत्येक तल पर भ्रमण कर वहां अबतक पूर्ण हुये कार्य का निरीक्षण किया. साथ ही किस तल पर किस वार्ड का संचालन होना है. इसकी जानकारी ली. निरीक्षण के बाद डीएम ने एजेंसी के प्रतिनिधि को निर्देश दिया कि कार्य में तेजी लाएं तथा 10 जनवरी तक मॉडल अस्पताल हैंडओवर करें. इस दौरान उन्होंने कहा कि हैंडओवर होने से यहां ओपीडी का संचालन सुचारू रूप से किया जाना है. जबकि कार्य पूर्ण होने के साथ अन्य वार्डों को यहां शिफ्ट करें. डीएम ने सिविल सर्जन को भी निर्देश दिया कि लगातार निर्माण कार्य का निरीक्षण करें तथा जल्द से जल्द मॉडल अस्पताल हैंडओवर लें. सिविल सर्जन ने बताया कि मॉडल अस्पताल के लिये सभी सामग्री आ गयी है. जैसे-जैसे कार्य पूर्ण किया जा रहा है. वैसे-वैसे सामग्री को भी इंस्टॉल किया जा रहा है. अस्पताल के बाहरी फेसिया का कार्य लगभग पूर्ण कर लिया गया है. अंदर का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है.
पूर्ण सुविधाओं के साथ वातानुकूलित होगा मॉडल अस्पताल
मॉडल अस्पताल जहां पूर्ण सुविधाओं से लैस होगा. वहीं यह पूर्ण रूप से वातानुकूलित होगा. मॉडल अस्पताल की तीन मंजिला इमारत का प्रत्येक फ्लोर सेंटरलाइज एसी से लैस होगा. यहां एक ही जगह सभी प्रकार की जांच जैसे पैथोलॉजी, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन, ईसीजी की व्यवस्था होगी. इससे मरीजों को जांच के लिये अलग-अलग जगह जाने की जरूरत नहीं होगी. वहीं इसमें बच्चों के इलाज के लिए भी एक अलग से वार्ड होगा, जहां दवा से लेकर जांच तक की सभी सुविधा सुलभ होगी.
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————————————————————–ट्रामा के मरीजों के लिए अलग से होगा अत्याधुनिक वार्ड
मुंगेर : मॉडल अस्पताल में मारपीट, सड़क दुर्घटना, गन शॉट जैसे मामलों के लिए अलग से अत्याधुनिक ट्रामा वार्ड होगा. इसमें इन मामलों के घायलों को इलाज के लिए भर्ती किया जायेगा. साथ ही इस वार्ड के लिए अलग से विशेषज्ञ चिकित्सकों की ड्यूटी होगी. जबकि वार्ड में मरीजों को ओटी तक ले जाने के लिए भी स्लोप की सुविधा होगी. इससे घायलों को आसानी से ओटी तक ले जाया जा सकेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है