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जहरीली हो रही मुंगेर की हवा, बढ़ रहे सांस व हृदय रोगियों के मामले

जिसमें 38 मरीजों की मौत तो केवल सदर अस्पताल में ही इलाज के दौरान हो चुकी है.

– लंबे समय से खतरे के निशान 150 से 165 एक्यूआई पर मुंगेर की हवा

– सदर अस्पताल में जनवरी से अबतक आ चुके हैं सांस की बीमारी से 957 पीड़ित मरीज

– हार्ट के भी बढ़े मामले, अबतक 197 मरीज भर्ती, 38 की हो चुकी मौत

फोटो संख्या –

फोटो कैप्शन – 11. मुंगेर का इंडेक्स साथ ही सांस व हृदय रोग का इमेजिंग तस्वीर लगाया जा सकता है.

प्रतिनिधि, मुंगेर

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लगातार बढ़ रहे वाहनों का दवाब, शहर में फैले कचरे और इन कचरों को कई स्थानों पर आग लगा कर जलाना अब मुंगेर के लोगों के लिये मुसीबत बनता जा रहा है. हाल यह है कि दिन-ब-दिन जहां मुंगेर की हवा जहरीली होती जा रही है. वहीं जहरीली हवा के कारण जिले में सांस और हार्ट के बीमारियों के मामले भी बढ़ने लगे हैं. इसका अंदाजा केवल इसी से लगाया जा सकता है कि जनवरी से अबतक सदर अस्पताल में जहां सांस की बीमारी के कुल 957 मरीज इलाज के लिये आ चुके हैं. वहीं इस दौरान हार्ट के 197 मरीज इलाज के लिये भर्ती हो चुके हैं. जिसमें 38 मरीजों की मौत केवल सदर अस्पताल में ही हो चुकी है.

जहरीली होती जा रही है मुंगेर की हवा

मुंगेर की हवा लगातार जहरीली होती जा रही है. जिसके कारण ही मुंगेर का एयर क्वालिटी इंडेक्स भी लगातार खतरे के निशान पर चल रहा है. बता दें कि एयर क्वालिटी इंडेक्स के रैकिंग के अनुसार किसी भी जगह पर 0 से 50 एक्यूआई को बेहतर और 51 से 100 एक्यूआई को मध्यम माना जाता है. जबकि 101 से 150 एक्यूआई को संवेदनशील माना जाता है. जो बुजुर्गों, बच्चों और बीमारों के लिये खतरनाक है. जबकि 151 से 200 के बीच का एक्यूआई लाल यानि डेंजर जोन माना जाता है. जिसमें आम लोगों को बीमार करने की क्षमता होती है. ऐसे में मुंगेर का एयर क्वालिटी इंडेक्स लंबे समय से 150 से 165 एक्यूआई के बीच चल रहा है. जबकि दीपावली से छठ के दौरान तो मुंगेर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 के पार था.

लगातार बढ़ रहे सांस की बीमारी के मामले

मुंगेर की जहरीली होती जा रही हवा अब मुंगेर के लोगों को बीमार करने लगी है. जिसके कारण सांस की बीमारी के मामले भी सदर अस्पताल में काफी तेजी से बढ़ गये हैं. हाल यह है कि जनवरी से नवंबर माह में अबतक केवल सदर अस्पताल में ही सांस की बीमारी के कुल 957 मरीज इलाज के लिये भर्ती हो चुके हैं. इतना ही नहीं मुंगेर की जर्जर सड़कों के बीच उड़ती धूल अब लोगों को हार्ट का मरीज भी बना रही है. इसका अंदाजा केवल इसी बात से लगाया जा सकता है कि जनवरी से अबतक सदर अस्पताल के विभिन्न वार्डों में हार्ट के कुल 197 मरीजों को इलाज के लिये भर्ती किया गया है. जिसमें 38 मरीजों की मौत तो केवल सदर अस्पताल में ही इलाज के दौरान हो चुकी है.

शहर की बदहाल हालत बढ़ा रही परेशानी

शहर में जहां वाहनों का दवाब प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. वहीं सिविरेज तथा पेयजल योजना के नाम पर शहर की जर्जर सड़कों से उठ रहे धूल मुंगेर की हवा को दूषित बना रहा है. जबकि शहर में कचरों का उठाव सही से नहीं होने तथा निर्माण कार्यों में मानक का पालन नहीं किया जा रहा है. जिसके कारण लगातार शहर की हवा खतरे के स्तर पर चल रहा है.

———————————————————–बॉक्स

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सदर अस्पताल में बढ़ने लगे हैं सांस और हार्ट के मरीज

माह सांस के मरीज हार्ट के मरीज मौत

जनवरी 101 12 3

फरवरी 98 21 4

मार्च 120 20 3

अप्रैल 96 19 0

मई 110 33 9

जून 81 16 4

जुलाई 70 15 3

अगस्त 88 21 5

सितंबर 69 12 5

अक्तूबर 83 21 1

नवंबर 41 7 1

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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