मुंगेर. बेटे की हत्या के बाद कांड के उद्भेदन की मांग को लेकर धरहरा थाने के मुख्य द्वार पर अनशन पर बैठे सरपंच पिता राकेश रंजन सिंह उर्फ कालीचरण का अनशन मंगलवार को खत्म हो गया. जमालपुर के पुलिस अंचल निरीक्षक ने हत्याकांड का शीघ्र उद्भेदन करने का आश्वासन दिया और जूस पिला कर अनशन समाप्त कराया.
बताया जाता है कि बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए धरहरा दक्षिणी पंचायत के सरपंच सह प्रखंड सरपंच संघ के अध्यक्ष राकेश रंजन सिंह उर्फ कालीचरण ने धरहरा थाने के मुख्य द्वार पर सोमवार से अनशन शुरू किया था. दूसरे दिन मंगलवार को भी वे अनशन पर डटे रहे. लगातार दो दिनों से भूखे-प्यासे रहने से उनकी तबीयत खराब हो गयी. इसके बाद चिकित्सक व एएनएम ने भूख हड़ताल पर बैठे सरपंच की स्वास्थ्य जांच की. इसमें बल्ड प्रेशर काफी बढ़ा हुआ था. जमालपुर अंचल के सर्किल इस्पेक्टर एसएन मंडल, थानाध्यक्ष धीरेन्द्र कुमार पाठक भी अनशन स्थल पर पहुंचे और उनको भरोसा दिलाया कि कांड का अनुसंधान प्रगति पर है और शीघ्र ही कांड का उद्भेदन करते हुए इसमें संलिप्त हत्यारे को गिरफ्तार किया जायेगा.क्या है पूरा मामला
21 जुलाई 2024 की रात लगभग 9 बजे सरपंच पुत्र इंद्रजीत प्रसाद वर्मन को किसी का फोन कर बुलाया. इसके बाद वह घर से निकल गया. रात भर वह वापस घर नहीं आया. परिजनों ने खोजबीन भी की, लेकिन उसका मोबाइल भी स्वीच ऑफ बता रहा था. दूसरे दिन सरपंच ने बेटे के गुमशुदगी को लेकर धरहरा थाना में आवेदन दिया. 23 जुलाई को इंद्रजीत प्रसादका शव घर के पास ही सटे पहाड़ के समीप एक बगीचे में आम के पेड़ मे लटका मिला. इसके शरीर पर कई जख्म के निशान थे. मृत बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए सरपंच लगातार प्रयास करता रहा. लेकिन पुलिसिया कार्रवाई नगण्य रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है