मुंगेर. सदर प्रखंड के बाल्मिकी मैदान शीतलपुर में चल रहे सात दिवसीय योग प्रशिक्षण शिविर रविवार को समाप्त हो गया. समापन पर योग गुरुवार स्वामी संतोषानंद महाराज को क्षेत्रवासियों ने अंग वस्त्र ओढ़ा कर एवं फूल माला पहना कर सम्मानित किया. उन्होंने उपस्थित जनसमूह से मिले अथाह प्रेम से गदगद होकर पुन: यहां आने का वादा किया. उन्होंने कहा कि आज के भागदौड़ की जिंदगी में हम सभी कई तरह के मानसिक, शारीरिक बीमारियों से जूझ रहे है. हमारा जीवन दुखों से त्रस्त है. इसके कई कारण है. परंतु निवारण का एक मात्र जरिया योग ही है. योग, आयुर्वेद, एक्वाप्रेशर, फीजियो थैरेपी द्वारा सैकड़ों मरीज ठीक हुए. भातर की प्राचीनतम विद्या योग पूरी मानवता के लिए अमृत तुल्य है. योग संसार में अशांति दूर करने का संदेश है. बीमार को स्वस्थ्य करने का उपदेश है. उन्होंने अंतिम दिन तडासन, कमलासन, वज्रासन, मयूरासन सहित अन्य योग करया. प्रणायाम व ध्यान के कई आसन का अभ्यास कराया. योग गुरु ने सभी योग साधकों के बीच रूद्रास का वितरण किया.
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