Gaya : नगर निगम में तरह-तरह के हैरतअंगेज कारनामे बहुत पहले से होते रहे है. यहां तैनात कर्मचारी महाराज सिंह की मौत के बाद उनकी पत्नी माधुरी देवी को पारिवारिक पेंशन दिया जा रहा था. माधुरी देवी की मौत की सूचना परिवार से मिलने के बाद भी नगर निगम द्वारा पिछले चार माह से उनके खाते में पेंशन भेजना बंद नहीं किया गया. पारिवारिक पेंशन के तौर हर माह उनके खाते में 11265 रुपये भेजा गया है.
लगातार चार महीने का आता रहा पेंशन
निगम सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पारिवारिक पेंशनधारी माधुरी देवी की मौत 10 मई को हो गयी. परिजनों की ओर से इसकी सूचना निगम में 26 जून को लिखत रूप से दी गयी. इसके बाद भी मई, जून, जुलाई व अगस्त 2024 का पारिवारिक पेंशन इनके खाते में भेजा जाता रहा है. पेंशन का पैसा आना बंद नहीं होने पर इसकी सूचना उपनगर आयुक्त स्थापना को दी गयी. इसके बाद यहां पड़ताल इस मामले में शुरू किया गया. सितंबर का पेंशन रोक दिया गया है. दो दिनों से कर्मचारियों के बीच इसकी चर्चा जोरों पर हो रही है.
नगर निगम में नया नहीं यह कारनामा
नगर निगम के यह कारनामा कोई नहीं बताया जाता है. इससे पहले भी कुछ वर्ष पहले ही रिटायर्ड होने की तारीख से चार वर्षों तक अधिक नौकरी करने का मामला उजागर हुआ था. हाल ही में जल पर्षद के एक कर्मचारी को रिटायर्ड होने की तय तारीख से चार माह से अधिक समय तक नौकरी पर बने रहने का मामला सामने आ चुका है. इसी तरह बाइपास पुल के ग्रामीण इलाका में जाकर होल्डिंग यहां से टैग कर लिया. करीब 50 से अधिक होल्डिंग से टैक्स भी वसूली किया जाता रहा. इतना ही नहीं यहां के एक इंजीनियर ने नगर निगम के फंड से इसी ग्रामीण इलाका में करीब 10 लाख रुपये से सड़क भी बनवा दी. अब तक यहां के होल्डिंग को अब तक कैंसिल नहीं किया गया.
क्या कहते हैं अधिकारी
स्थापना शाखा में पारिवारिक पेंशनधारी के बारे में पोते ने दादी के मौत होने की सूचना दी थी. मृतका के पोते गौतम कुमार ने कहा है कि 10 मई को इसी वर्ष उसकी दादी की मौत हो गयी. इसलिए पेंशन को अब बंद कर दिया जाये. इसके बाद भी चार माह तक पेंशन जाता रहा है. यह बहुत ही गंभीर मामला है. इस मामले में स्थापना शाखा के प्रभारी व अन्य जिम्मेदार से स्पष्टीकरण मांगने का आदेश दिया गया है. जवाब आने के बाद दोषी पर कार्रवाई की जायेगी.
शिवनाथ ठाकुर, उपनगर आयुक्त
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