बिहार में शराब पीना और इसका व्यापार करना दोनों ही गैरकानूनी है. नीतीश कुमार की सरकार ने सूबे में अप्रैल 2016 से ही शराबबंदी कानून लागू कर रखा है. लेकिन सूबे के लोगों में इसका कोई खौफ नहीं दिखाई दे रहा है. शराबबंदी वाले इस राज्य में सरकारी दफ्तर से ही दारू की खेप बरामद हुई है. राज्य सरकार के मद्य निषेध एवं उत्पाद शुल्क विभाग के अधिकारियों ने मुजफ्फरपुर जिले के पारू इलाके में गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई कर विदेशी शराब की 135 बोतलें बरामद की. इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात ये है कि शराब के अवैध कारोबार में महिला मुखिया का पति भी गिरफ्तार किया गया है.
कार्टूनों को बोरियों में बंद करके रखी गई थी बोतलें
मुजफ्फरपुर के मद्य, निषेध एवं उत्पाद शुल्क विभाग के निरीक्षक शिवेंद्र कुमार ने बुधवार को इस बरमादगी की जानकारी दी. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि उन्हें मंगलवार को गुप्त सूचना मिली कि जिले के पारू क्षेत्र के फंदा गांव में एक सरकारी भवन के परिसर में विदेशी शराब की बोतलें कार्टूनों को बोरियों में बंद करके परिसर के एक कोने में रखी हुई है. जिसके बाद हमारी टीम ने वहां छापेमारी करके शराब को बरामद किया है.
अवैध शराब के कारोबार में मुखिया पति गिरफ्तार
उन्होंने बताया कि यह परिसर पंचायत विभाग से संबंधित गतिविधियों के लिए था और महिला मुखिया भवन की प्रभारी हैं. बाद में, जांच के दौरान मुखिया के पति और गांव के छह अन्य लोगों को राज्य निषेध अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज करने के बाद गिरफ्तार किया गया हैं. मामले की जांच जारी है। बता दें कि शराबबंदी वाले बिहार में दारू का अवैध कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है.