मुजफ्फरपुर.
विश्वविद्यालय में प्रशासनिक भवन व पीजी विभाग सहित सभी भवनाें की मरम्मत पर पचास कराेड़ रुपए खर्च किये जाएंगे. कुलपति प्राे दिनेश चंद्र राय की अध्यक्षता में सिंडिकेट की बैठक सेंट्रल लाइब्रेरी के काॅन्फ्रेंस हाल में हुई. जिसमें इस प्रस्ताव पर सिंडिकेट सदस्याें ने सहमति दे दी है. जल्द ही टेंडर की प्रक्रिया पूरी करके मरम्मत के कार्य को पूरा किया जायेगा. इससे पहले बिल्डिंग कमेटी और फाइनेंस कमेटी की ओर से प्रस्ताव पर जुलाई में ही सहमति बनी थी. बताया गया कि कंटीजेंसी सह जनरल फंड से यह राशि बिल्डिंग हेड में ट्रांसफर की जायेगी. बैठक में सबसे पहले 24 नवंबर 2023 काे हुई सिंडिकेट की बैठक की प्राेसीडिंग का कंफर्मेशन किया गया. इसके बाद नैक मूल्यांकन काे लेकर विश्वविद्यालय के जर्जर भवनाें की मरम्मत और रंग-राेगन काे लेकर तैयार प्रस्ताव पर चर्चा हुई. विश्वविद्यालय की ओर से नैक मूल्यांकन की तैयारी जाेर-शाेर से चल रही है. इंजीनियरिंग सेक्शन की ओर से पहले से ही प्रस्ताव बना लिया गया था. इन पर करीब पचास कराेड़ रुपए खर्च होना है. इससे पहले 11 जुलाई काे बिल्डिंग कमेटी की बैठक हुई थी. इस पर जुलाई में हुई बैठक में फाइनेंस कमेटी की भी मंजूरी मिल गई.नैक मूल्यांकन की तैयारियों को लेकर दिये सुझाव
नैक मूल्यांकन को लेकर तैयारी चल रही है. इस दौरान सदस्याें ने नैक मूल्यांकन की तैयारियाें काे लेकर भी सुझाव दिये. साथ ही सदस्याें ने सिंडिकेट की बैठक हर महीने कराने की मांग की, ताकि विवि की अन्य समस्याओं पर भी चर्चा की जा सके. सिंडिकेट सदस्य प्राे शिवानंद सिंह ने सुझाव दिया कि महीने में एक बार बैठक हाेनी चाहिए. पिछली बार जब भी बैठक हुई, सिंडिकेट सदस्याें ने अलग-अलग क्षेत्राें की अनियमितता सामने रखी. इस पर कार्रवाई भी हुई. ऐसे में नियमित बैठक हाेने पर समस्याओ काे दूर करने में मदद मिलेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है