-शहर के प्रबुद्ध वर्गों ने बैठक कर मुजफ्फरपुर विचार मंच का गठन
मुजफ्फरपुर.
समाजसेवी व रेडक्रॉस सोसाइटी के सचिव उदय शंकर प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को प्रबुद्ध वर्गों के साथ बैठक हुई जिसमें आजादी के 75 वर्ष बाद भी मुजफ्फरपुर के गौरवशाली इतिहास का वास्तविक चित्रण नहीं होने पर चिंता जतायी गयी. वक्ताओं का कहना था कि मुजफ्फरपुर का आजादी की लड़ाई से लेकर सामाजिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक क्षेत्र में अहम योगदान रहा है. इन कृतियों का उजागर होना जरूरी है.मुजफ्फरपुर जिले की स्थापना के 150 वर्ष हो रहे हैं पूरे
बैठक के दौरान सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि मुजफ्फरपुर जिले की स्थापना के 150 वर्ष पूरे हो रहे हैं. ऐसे में एक स्मारिका का प्रकाशन किया जाए, जिसमें जिले के गौरवशाली इतिहास और उपलब्धियों का वास्तविक चित्रण हो और समाज के हर तबके से जुड़े वैसे लोग जिनका इस जिले के विकास में योगदान हो, उनके संदर्भ में लेख प्रकाशित किया जाये, जिससे भावी पीढ़ी अपने जिले की स्थापना से लेकर गौरवशाली विभूतियों के बारे में समग्र जानकारी हासिल कर सके.स्मारिका विमोचन के लिए किया गया अधिकृत
बैठक के दौरान सर्व समिति से मुजफ्फरपुर विचार मंच नामक संस्था का गठन किया गया. जिसके संयोजक उदय शंकर प्रसाद सिंह बनाए गए और उन्हें स्मारिका विमोचन के लिए अधिकृत किया गया. बैठक में हरिराम मिश्रा, सुखेंद्र कुमार ठाकुर, बृजभूषण चौधरी, डॉ शैलेंद्र कुमार, अजीत कुमार गौड़, योगेंद्र सिंह गंभीर, शंभुनाथ चौबे, हर्षवर्धन ठाकुर, मोहन प्रसाद सिन्हा, इं. ऋतेश अनुपम, मनोज कुमार सहित अन्य मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है