धनंजय पांडेय, मुजफ्फरपुर. बीबीए और बीसीए करने वाली आर्थिक रूप से कमजोर मेधावी छात्राओं को अब 25 हजार रुपये सालाना छात्रवृत्ति मिलेगी. अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आठ मार्च को छात्राओं के लिए छात्रवृत्ति योजना लांच कर उन्हें तोहफा दिया है. परिषद ने एआइसीटीइ अप्रूव्ड संस्थानों में पढ़ने वाली यूजी प्रबंधन सह कंप्यूटर एप्लीकेशन (बीबीए व बीसीए) छात्राओं के लिए एक नयी छात्रवृत्ति योजना की घोषणा की है.
इसके तहत आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि की प्रत्येक पात्र मेधावी छात्रा को सालाना 25 हजार रुपये दिये जाएंगे. दरअसल, एआइसीटीइ से अब तक इंजीनियरिंग कॉलेजों के लिए अप्रूवल जरूरी होता था. अगले सत्र यानी 2024-25 से एआइसीटीइ के दायरे में बीबीए और बीसीए कोर्स भी आ गये हैं. अंगीभूत व संबद्ध कॉलेजों में संचालित होने वाले बीबीए व बीसीए कोर्स के लिए भी एआइसीटीइ से अप्रूवल के बाद ही नामांकन की अनुमति मिलेगी.
तकनीकी शिक्षा में चार साल में 11 प्रतिशत बढ़ी छात्राओं की भागीदारी
एआइसीटीइ की रिपोर्ट के अनुसार तकनीकी शिक्षा में पिछले चार साल में छात्राओं की भागीदारी 11 प्रतिशत बढ़ी है. वर्ष 2022-23 में 39 प्रतिशत छात्राओं ने एडमिशन लिया है, जबकि वर्ष 2020-21 में यह 30 प्रतिशत और 2021-22 में यह 36 प्रतिशत था. इंजीनियरिंग डिप्लोमा और स्नातक पाठ्यक्रम में एडमिशन लेने वाली छात्राओं की संख्या भी बढ़ी है. वर्ष 2022-23 में 29 प्रतिशत महिलाओं ने इंजीनियरिंग डिप्लोमा और 44 प्रतिशत ने इंजीनियरिंग स्नातक पाठ्यक्रमों में एडमिशन लिया था. वर्ष 2019-20 में इंजीनियरिंग स्नातक में महिलाओं का नामांकन 29 प्रतिशत था, जो लगातार दो वर्षों में बढ़कर 31 प्रतिशत और 40 प्रतिशत हो गया है.
इंटर्नशिप के लिए भी AICTE करेगा इंतजाम
एआइसीटीइ प्रगति स्कॉलरशिप के सहयोग से छात्राओं को तकनीकी शिक्षा के लिए प्रोत्साहन और सहायता प्रदान करती है. इसके साथ ही अमेजन के साथ करार किया है. अमेजन वाउ के तहत देशभर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ने वाली छात्राओं को अब तक प्रौद्योगिकी उद्योग में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक कौशल के साथ सशक्त किया जाता है. इसके साथ ही वीमेन एंटरप्रेन्योरशिप इन वेस्ट मैनेजमेंट प्रोग्राम शुरू किया है, जिसके माध्यम से छात्राओं को वेस्ट मैनेजमेंट उद्यमिता अपनाने के लिए प्रेरित किया जायेगा.
विश्वविद्यालय के एक कॉलेज ने किया आवेदन, दो प्रोसेस में
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के करीब 30 अंगीभूत व संबद्ध कॉलेजों में बीबीए और बीसीए कोर्स संचालित होता है, जिन्हें एआइसीटीइ से अप्रुवल के लिए छह मार्च तक आवेदन करके रिपोर्ट देने को कहा गया था. सीसीडीसी प्रो अमिता शर्मा ने बताया कि अब तक केवल एलएस कॉलेज से आवेदन की रिपोर्ट मिली है, जबकि दो कॉलेजों की प्रक्रिया चल रही है. अन्य कॉलेजों से अब तक कोई जानकारी नहीं दी गयी है. प्रो शर्मा ने कहा है कि अगले हफ्ते सभी कॉलेजों को रिमाइंडर भेजा जायेगा. सत्र 2024-25 से किसी भी कॉलेज में एआइसीटीइ के अप्रूवल के बगैर दोनों कोर्स में नामांकन नहीं होगा.