Bihar News: मुजफ्फरपुर शहर को स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में बेहतरीन रैंकिंग दिलाने के लिए नगर निगम ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. इस मिशन में शहर के स्कूलों की विशेष भूमिका होगी. नगर आयुक्त विक्रम विरकर ने शहरी क्षेत्र के सभी निजी और सरकारी स्कूलों के प्रधानाचार्यों और निदेशकों के साथ टाउन हॉल सभागार में बैठक की. बैठक में स्वच्छता सर्वेक्षण के मानकों पर चर्चा की गई और बताया गया कि केंद्रीय जांच एजेंसी की टीम किन-किन बिंदुओं पर जांच करेगी.
नगर आयुक्त ने सभी स्कूलों को शौचालय से लेकर कक्षाओं तक की सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया. उन्होंने स्कूल प्रबंधन को यह भी आदेश दिया कि छात्रों को शहर के पार्कों का नियमित भ्रमण कराया जाए, जिससे न केवल उनका मनोरंजन होगा, बल्कि पठन-पाठन में भी रुचि बढ़ेगी.
स्कूलों के लिए 400 अंकों का मूल्यांकन
इस बार के स्वच्छ सर्वेक्षण में स्कूलों को भी जोड़ा गया है, जिसके तहत 400 अंकों का मूल्यांकन तय किया गया है. यदि स्कूलों की कक्षाओं में गीले और सूखे कचरे के लिए अलग-अलग कूड़ेदान नहीं होंगे, तो अंक काटे जाएंगे. पहली बार स्कूलों की सफाई को स्वच्छता सर्वेक्षण में शामिल किया गया है.
शौचालय से स्वच्छता तक, हर पहलू पर होगा आंकलन
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के तहत स्कूलों में शौचालय की सफाई, गीले-सूखे कचरे के उचित प्रबंधन, छात्राओं के लिए सेनेटरी नैपकिन की उपलब्धता और उसके डिस्पोजल पर भी अंक दिए जाएंगे. इस श्रेणी के लिए 150 अंक निर्धारित किए गए हैं.
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सर्वेक्षण के दौरान केंद्रीय टीम यह भी जांचेगी कि स्कूलों में जो सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, उनका छात्र-छात्राएं नियमित रूप से उपयोग कर रहे हैं या नहीं. इसके अलावा, पार्क और पर्यटन स्थलों की सफाई को भी इस बार अंक दिए जाएंगे. यदि किसी कार्यालय की दीवारों पर रेड स्पॉट पाए गए, तो 60 अंक तक काटे जा सकते हैं.