वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर अस्पताल के ओपीडी में आनेवाले मरीजों में से रोजाना 1300 की आइडी बनाने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग ने दिये हैं. हर दिन 600 मरीजों का क्यूआर कोड भी तैयार करना होगा. मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना के अंतर्गत जिला भव्या डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़ गया है. प्लेटफॉर्म से जुड़ने के बाद अब मरीजों का इलाज भी ऑनलाइन व्यवस्था के तहत ही होना है. सदर अस्पताल के ओपीडी में भी इसे लागू किया गया है. अस्पताल प्रबंधक प्रवीण कुमार ने कहा कि हेल्थ सिस्टम को पूर्ण रूप से डिजिटल किया जाना है. इसकी शुरुआत होने से मरीजों की ओपीडी पर्ची से लेकर उनके लैब रिपोर्ट भी डिजिटल डेटा में सुरक्षित रहेगी. इस डिजिटल प्लेटफॉर्म को जिला अस्पताल से लेकर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर व एपीएचसी तक लागू किया जा रहा है. हरेक मरीज का भव्या आईडी होगा. इसके जरिये वह अपना इलाज पेपरलेस तरीके से स्वास्थ्य केंद्रों में करा सकेंगे. इसके अलावा महामारी फैलने की स्थिति में महामारी के प्रबंधन में आसानी होगी.
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