मुजफ्फरपुर के बीआरए बिहार विश्विवद्यालय (BRABU) में सोमवार को ई-लाइब्रेरी का उद्घाटन होगा. कुलपति प्रो.डीसी राय इसका शुभारंभ करेंगे. इसके साथ ही विश्वविद्यालय के रिसर्च स्कॉलर, पीजी के स्टूडेंट्स और शिक्षकों को ई-लाइब्रेरी की सुविधा मिलने लगेगी. इसको लेकर विश्वविद्यालय की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है. सेंट्रल लाइब्रेरी में संचालित होने वाले इस ई-लाइब्रेरी को डेल नेट से जोड़ा जाएगा.
यूजीसी की ओर से मुफ्त में उपलब्ध कराए जाने वाले विभिन्न साॅफ्टवेयर की मदद से रिसर्च स्काॅलर ई-लाइब्रेरी में शोध के लिए कंटेंट जुटा सकेंगे. ई-लाइब्रेरी में नई सुविधा मिलने से देश-दुनिया के प्रसिद्ध रिसर्च जर्नल और पत्र-पत्रिकाओं की मुफ्त में पढ़ने की सुविधा दी जाएगी. इसके लिए स्टूडेंट्स के लिए विश्वविद्यालय लागइन आइडी और पासवर्ड जारी करेगा. इसका सब्सक्रिप्शन भी लेना होगा.
स्थापना के बाद छह वर्ष से बंद था ई-लाइब्रेरी
दरअसल, रूसा की ओर से मिले एक करोड़ रुपये से 2018 में विश्वविद्यालय में ई-लाइब्रेरी के लिए कंप्यूटर और अन्य उपकरणों की खरीदारी की गई थी. इसके बाद लैन कनेक्शन के अभाव में ई-लाइब्रेरी को शुरू नहीं किया जा सका. विश्वविद्यालय में इस राशि से 50 कंप्यूटर की खरीदारी की गयी थी. कमरे में एसी और अन्य उपकरण भी लगाये गये थे. ई-लाइब्रेरी के लिए लोकल एरिया नेटवर्क (लैन) का कनेक्शन नहीं होने के कारण कंप्यूटर छह वर्षों से धूल फांक रहे थे. ऐसे में जानकारी मिलने पर कुलपति ने इसे गंभीरता से लिया.
सेंट्रल लाइब्रेरी की पुस्तकें भी साॅफ्ट कॉपी के रूप में उपलब्ध
विश्वविद्यालय के केंद्रीय पुस्तकालय में उपलब्ध हजारों पुस्तकों को स्कैन कर उसकी सॉफ्ट कॉपी तैयार की गई है. विश्वविद्यालय के ई-लाइब्रेरी में इन पुस्तकों का भी एक्सेस मिलेगा. रिसर्च स्कॉलर अन्य स्थलों से बैठकर भी इन पुस्तकों का अध्ययन कर सकते हैं. पूर्व में हुई पीएचडी की थीसिस की भी सॉफ्ट कॉपी लाइब्रेरी में मिलेगी.
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