छात्र संगठनों ने डीएसडब्ल्यू से की वार्ता
मुजफ्फरपुर.
बीआरएबीयू में छात्र संगठनों ने एकजुट होकर पीजी में नामांकन का कार्य बंद करा दिया. छात्र नेताओं ने एससी-एसटी के छात्राें व सभी कोटि की छात्राओं से नामांकन व अन्य मद में ली जा रही फी का विरोध किया. सभी विभागों में जाकर छात्रों से बातचीत के बाद परीक्षा फॉर्म भरने का कार्य भी ठप करा दिया. कहा कि राज्य सरकार व उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद विवि में अवैध तरीके से फी लिया जा रहा है. कहा है कि यदि इस आदेश को वापस नहीं लिया गया तो छात्र संगठन शुक्रवार से प्रदर्शन करेंगे. छात्र हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष संकेत मिश्रा ने कहा कि सरकार ने छात्राओं को शिक्षित बनाने व उन्हें आगे बढ़ाने के उद्देश्य से निशुल्क शिक्षा देने की घोषणा की है. इसको लेकर विवि को पत्र भी भेजा जा चुका है, लेकिन सरकार के आदेश को खारिज करते हुए विवि अनुसूचित जाति के छात्रों व सभी कोटि की छात्राओं से भी फी ली जा रही है. इस आदेश को वापस नहीं लेने की स्थिति में विवि में आंदोलन होगा.विवि को वापस लेना पड़ेगा आदेश
विभिन्न पीजी विभागों को बंद कराने के बाद सभी छात्र नेता, छात्र कल्याण अध्यक्ष डॉ आलोक प्रताप सिंह के पास पहुंचे. छात्र नेताओं ने कहा कि विश्वविद्यालय को इस आदेश को वापस लेना होगा. इसपर उन्होंने कहा कि कुलपति से बात करने के बाद ही आगे का कोई निर्णय लिया जा सकेगा. छात्र लोजपा रामविलास के प्रदेश प्रधान महासचिव गोल्डेन सिंह ने कहा कि विवि के कुछ पदाधिकारी वीसी को गलतफहमी में डालकर उनसे गलत फरमान जारी करवा रहे हैं. एआइएसएफ के महिपाल ओझा ने कहा कि छात्र हित से जुड़े मुद्दे लेकर हम लड़ाई लड़ेंगे. छात्र राजद के चंदन यादव व दीपक ठाकुर ने कहा कि सरकार का आदेश नहीं मानकर विवि मनमानी कर रही है. इसके विरोध में छात्र संगठन एकजुट होकर आंदोलन करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है