यह इमरजेंसी वार्ड है…बेड नहीं तो गम नहीं, स्ट्रेचर पर ही कर दिया भर्ती
मुजफ्फरपुर.
उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल एसकेएमसीएच में बुधवार को कमिश्नर के निरीक्षण के बाद फिर से स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पुरानी जैसी ही है. निरीक्षण में सबकुछ ठीक होने का दावा करने वाले विभागों की असल तस्वीर 24 घंटे बीतने के बाद ही दिखने लगी है. ठंड के दिनों में गुरुवार को कई मरीजों को जमीन पर लिटाकर उनकर इलाज किया जा रहा था. इमरजेंसी वार्डों में बेड की कमी से मरीजों को स्ट्रेचर व जमीन पर इलाज कराने को मजबूर होना पड़ा. कुछ मरीज तो अस्पताल के गलियारों में दरी बिछाकर लेटे हुए थे. ये दृश्य स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीर स्थिति को दिखाते हैं. एक तरफ सरकारी अधिकारी व प्रशासनिक निरीक्षण के दौरान सबकुछ बेहतर दिखाने की कोशिश करते हैं, वहीं दूसरी ओर मरीजों को बुनियादी सुविधाओं के लिए भी संघर्ष करना पड़ता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है