-डीएसपी पश्चिमी टू के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने की कार्रवाई-मनियारी थाना के रहने वाले मो. सागिर से मांगी थी रंगदारी
– बदमाशों के पास से चार मोबाइल, दो बाइक, दो कट्टा बरामदमुजफ्फरपुर.
मनियारी थाना क्षेत्र के बाघी विसुनपुर माधो निवासी ट्रांसपोर्टर मो. सागिर से 20 लाख रंगदारी मांगने में पुलिस ने चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है. डीएसपी पश्चिमी टू अनिमेश चंद्र ज्ञानी के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने यह कार्रवाई की है. पकड़ाये अपराधियों की पहचान पूर्वी चंपारण के मेहसी थाना के मेहसी बाजार चौक सैयद नियाब अहमद, मैन मेहसी निवासी मो. रियाज, सेमरा निवासी रवींद्र कुमार व सैफ अली के रूप में की गयी है. इनके पास से रंगदारी मांगने में प्रयुक्त चार मोबाइल फोन, दो बाइक, देसी कट्टा व दो कारतूस बरामद किया गया है. रंगदारी मांगने में शामिल तीन और अपराधियों को चिन्हित किया है. पुलिस टीम उनकी गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है.डीएसपी पश्चिमी टू अनिमेश चंद्र ज्ञानी ने बताया है कि 30 अगस्त 2024 की शाम 5:15 बजे मनियारी थाना क्षेत्र के बाघी विसनपुर माधो निवासी ट्रांसपोर्टर मो. सागिर को मोबाइल पर फोन कर 20 लाख रुपये की रंगदारी की मांगी गयी थी. कॉल करने वाले ने धमकी दी थी कि तुमको दो दिनों का समय दिया जाता है. अगर रुपये नहीं दिया तो तुम्हारे साथ- साथ पूरे परिवार को जान से मार देंगे. इस मामले में ट्रांसपोर्टर की लिखित शिकायत पर थाने में रंगदारी की धारा में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी राकेश कुमार ने एक विशेष टीम का गठन किया था. ग्रामीण एसपी विद्या सागर लगातार विशेष टीम की मॉनिटरिंग कर रहे थे. टीम ने मैनुअल व टेक्निकल इनपुट के आधार पर मामले की छानबीन शुरू की. जिस मोबाइल नंबर से रंगदारी का कॉल किया गया था, उसका सीडीआर व टावर लोकेशन खंगाला गया. इसके आधार पर सबसे पहले सैयद नियाब अहमद को गिरफ्तार किया. उसके मोबाइल से रंगदारी का कॉल किया गया था. उससे पूछताछ के आधार पर इस घटना में शामिल मो. रियाज, सैफ अली और रवींद्र कुमार को गिरफ्तार किया गया.
रंगदारी नहीं देने पर ट्रांसपोर्टर के घर पर की थी गोलीबारी
अपराधियों ने रंगदारी नहीं देने पर ट्रांसपोर्टर मो. सागिर के घर पर गोलीबारी भी की थी लेकिन वह अपराधियों के दहशत के कारण थाने में इसकी शिकायत नहीं की थी. अपराधी लगातार उसको कॉल कर रंगदारी नहीं देने पर हत्या करने की धमकी दे रहा था. डीएसपी पश्चिमी टू ने यह भी बताया है कि गोलीबारी करने के बाद अपराधी की यह मंशा थी कि अगर रंगदारी की रकम नहीं देता तो ट्रांसपोर्टर की हत्या कर दी जाती.बगाही से हथियार व कारतूस बरामद
गोलीबारी करने के बाद अपराधी पकड़ाने के डर से बाघी के पड़ोसी गांव बगाही में झाड़ी में छिपा दिया था. जब अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. उनसे पूछताछ की गयी तो उनकी निशानदेही पर बगाही गांव में झाड़ी से कट्टा व कारतूस बरामद किया गया.मनियारी थानेदार देवव्रत कुमार ने बताया कि इस घटना का मास्टरमाइंड सैफ अली है. उसकी रिश्तेदारी मो. सागिर के गांव में है. उसका चार- पांच ट्रक चलता है. इससे उसको लगा कि सागिर से 20 लाख की रंगदारी मांगी जाये. उसने अपने चार- पांच दोस्तों के साथ मिलकर रंगदारी का कॉल किया था. कॉल करने के बाद एक नंबर को निकाल कर फेंक दिया. दूसरा नंबर जिससे कॉल किया गया था. जब उस नंबर की जांच की गयी तो पता चला कि एक लड़की के पास है. उससे पूछताछ की गयी तो वह अपने पड़ोस के एक लड़के के बारे में जानकारी दी. उससे पूछताछ की गयी तब पूरे मामले का खुलासा हुआ.
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