Muzaffarpur News: भागदौड़ और डिजिटलाइजेशन के इस दौड़ में लोग प्रोफेशनल और पर्सनल जीवन के बीच समन्वय नहीं बना पा रहे हैं. इसका सीधा असर हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर हो रहा है. लगातार तनाव कई प्रकार की बीमारियों को जन्म दे रहा है. ऐसे में हम तनाव को कैसे कम करें, डिप्रेशन की स्थिति से कैसे निकलें और सकारात्मक दृष्टि से किसी परिदृश्य को देखें. इसको लेकर मनोविज्ञान विभाग ने बेहतर कार्ययोजना तैयार की है. अगले महीने से बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग में काउंसलिंग सेंटर की शुरुआत की जाएगी.
तनाव और डिप्रेशन से निपटने के लिए मिलेगी काउंसलिंग
इस काउंसिलिंग सेंटर में निर्धारित समय में मानसिक रूप से परेशान और तनाव, डिप्रेशन आदि की समस्या से निपटने के लिए लोगों की काउंसलिंग की जाएगी. विशेषकर विभिन्न कॉलेजों और पीजी विभागों में अध्ययनरत स्टूडेंट्स को इसका लाभ मिले. इसको लेकर विभाग ने पहल की है. कहा गया है कि विभाग के ही प्राध्यापक की मदद से यह काउंसलिंग सेंटर संचालित किया जाएगा. कक्षाओं के संचालन के बाद या किसी अन्य समय में यह काउंसलिंग सेंटर चलेगा.
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डिप्लोमा कोर्स शुरू करने की भी योजना
विभागाध्यक्ष प्रो.रजनीश कुमार गुप्ता ने बताया कि काउंसलिंग सेंटर के संचालन की योजना बनायी गयी है. कुलपति से अनुमति लेकर शीघ्र इसकी शुरुआत की जाएगी. उन्होंने बताया कि विभाग में एक डिप्लोमा कोर्स शुरू करने की भी योजना है. इसका सिलेबस, सीटों की संख्या से लेकर इससे लाभ व अन्य बिंदुओं पर कार्य हो रहा है. शीघ्र ही इसे तैयार कर विश्वविद्यालय में होने वाली एकेडमिक काउंसिल की बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा. वहां से स्वीकृति मिलने पर अगले सत्र से इस काेर्स में नामांकन लिया जाएगा. यह कोर्स रोजगार परक होगा.
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