मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार के आधा दर्जन जिलों से पांच हजार से अधिक बाइक चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. पुलिस ने इस गिरोह के पांच अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. नगर थाने की पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सबसे पहले स्टेशन रोड में वाहन चेकिंग के दौरान दो बाइक चोरों को पकड़ा. जिसके बाद उनकी निशानदेही पर गिरोह के तीन शातिर सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है.
पकड़े गए पांच बाइक चोर आरोपी
गिरफ्तार पांचों अपराधियों की पहचान अहियापुर थाना क्षेत्र के चंदवारा सोडा गोदाम चौक के मो. सोहैल, सिकंदरपुर के आकाश दास, अहियापुर के छींट भगवतीपुर के मो. मुजाहिद, सीतामढ़ी जिले के बथनाहा थाना के गाजीपुर के मो. फैयाज और बथनाहा थाना के गोढ़िया गांव के ललन कुमार के रूप में की गई है. पुलिस ने इनके ठिकाने से चोरी की बाइक बरामद की है. नगर थाने में पकड़े गए पांचों अंतरजिला बाइक चोर गिरोह के शातिरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. उनको कोर्ट में प्रस्तुत करके न्यायिक हिरासत में भेजने की कवायद जारी थी.
पुलिस को देखते ही चोरों ने किया भागने का प्रयास
थानेदार विजय कुमार सिंह ने बताया कि स्टेशन रोड में मंगलवार को वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस को देखते ही बाइक सवार दो युवक भागने की कोशिश की. पुलिस टीम ने संदेह होने पर दोनों को खदेड़ कर दबोच लिया. उनकी पहचान मो. सोहैल व आकाश दास के रूप में किया गया. पुलिस ने उनकी पॉकेट की तलाशी ली तो दोनों के पास से 20 पुड़िया स्मैक जैसा मादक पदार्थ, एक मास्टर चाभी बरामद किया गया.
पूछताछ में हुआ खुलासा
दोनों को थाना लाकर सख्ती से पूछताछ किया तो मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार में सबसे बड़ी बाइक चोर गिरोह चलाने के नेटवर्क का खुलासा किया. फिर, उनके निशानदेही पर गिरोह के तीन अन्य शातिरों को दबोचा गया. बुधवार देर शाम तक जिला पुलिस की टीम सोनवर्षा में चोरी की बाइक बरामद करने में जुटी हुई थी.
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पांच से दस हजार रुपये में नेपाल के बॉर्डर इलाके में बेचता था चोरी की बाइक
मो. मुजाहिद व मो. फैयाज बाइक चोर गिरोह का सरगना है. दोनों ने मिलकर अपने गिरोह के शातिरों की मदद से मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर, वैशाली और दरभंगा जिले में पांच हजार से अधिक बाइक की चोरी करने की बात स्वीकारी है. मो. मुजाहिद का 12 साल पुराना क्राइम हिस्ट्री है. वह कई बार जेल जा चुका है. शहर से चोरी बाइक को पांच से 10 हजार रुपये में नेपाल के बॉर्डर इलाके में बेचता था.
बाइक चोरी होने के 50 मिनट के अंदर में जिले की सीमा से कर देता था बाहर
मो. फैयाज ने पुलिस को बताया है कि वे लोग शहर में घूम- घूमकर बाइक की चोरी करते हैं. बाइक चोरी करने के बाद 50 मिनट के अंदर में सभी को टारगेट दिया जाता है कि जिले की सीमा को पार कर दे. दूसरे जिला में प्रवेश करते ही बाइक का नंबर प्लेट खोलकर फेंक देता था. दूसरे जिले की सीमा में प्रवेश करते ही ग्रामीण रास्तों से नेपाल के बॉर्डर इलाके में पहुंचता था. फिर, डीलर को बाइक सौंप कर चला आता था. पैसा लेने गिरोह का दूसरा शातिर जाता था.