-विभाग ने 30 सितंबर को ही पत्र जारी कर 10 दिनों के अंदर मीटिंग करने का दिया था आदेश- 11 नवंबर को होनी थी मीटिंग, आदर्श आचार संहिता के कारण पड़ गया था टालना
मुजफ्फरपुर.
राजधानी पटना के बाद अब मुजफ्फरपुर में भी तेजी से मेट्रो का काम शुरू होगा. धरातल पर काम शुरू करने से पहले कागजी कवायद तेज हो गयी है. रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विस (राइट्स) की तरफ से नगर विकास एवं आवास विभाग को सौंपी गयी प्रारंभिक सर्वे रिपोर्ट के बाद अब नगर निगम के माननीय इसपर 14 दिसंबर को टाउन हॉल में महामंथन करेंगे. फिर, महामंथन के बाद निकलने वाले निष्कर्ष के आधार पर प्रस्ताव को संशोधित कर नगर विकास एवं आवास विभाग से मंजूरी मिलेगी. इस दौरान राइट्स की तरफ से सौंपी गयी टेक्निकल रिपोर्ट के आधार पर स्टेशन का नाम व रूट तय करने पर फैसला होगा. बता दें कि मीटिंग में राइट्स की रिपोर्ट पर चर्चा करने के बाद चयनित किये गये मेट्रो रूट, स्टेशन आदि का जो नाम होगा. वह शहर के माननीय की मंजूरी के बाद फाइनल होगा. इस मीटिंग में राइट्स के भी अधिकारी व सर्वे कर डीपीआर बनाने वाले टेक्निकल एक्सपर्ट मौजूद होंगे. विभाग की तरफ से इस कार्य को पूर्ण करने के लिए लगभग ढाई महीने से कहा जा रहा है. लेकिन, आदर्श आचार संहिता लग जाने के कारण मीटिंग की तिथि टलती चली गयी है.तय किया गया है दो कॉरिडोर, 21.2 किमी की है लंबाई
राइट्स ने जो प्रस्ताव तैयार किया है. इसके अनुसार, दो मेट्रो कॉरिडोर होगा, जिसकी कुल लंबाई 21.2 किलोमीटर की होगी. सबसे बड़ा कॉरिडोर बखरी से रामदयालु नगर तक का होगा, जिसकी लंबाई 14 किलोमीटर की होगी. वहीं, दूसरा कॉरिडोर एसकेएमसीएच से मुजफ्फरपुर जंक्शन तक का होगा. इसकी लंबाई 7.2 किमी की है. विभाग की तरफ से औपचारिक मंजूरी मिल गयी है. अब स्थानीय स्तर पर मीटिंग के बाद माननीय से मिलने वाली मंजूरी के बाद इसपर आगे की कार्रवाई होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है