मुजफ्फरपुर.
बिहार राज्य संबद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर बुधवार काे संबद्ध काॅलेज के शिक्षक-कर्मचारियाें ने बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में धरना-प्रदर्शन किया. उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन से लेकर पारिश्रमिक भुगतान और अन्य मांगों को लेकर शिक्षकों ने नारेबाजी की. शिक्षकों ने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में नारेबाजी करते हुए कामकाज ठप करा दिया. विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में ताला भी जड़ दिया. शिक्षकों ने कहा कि मांगाें को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है. महासंघ के संयाेजक सह सीनेट सदस्य डाॅ धर्मेंद्र कुमार चाैधरी ने कहा कि शिक्षक-कर्मचारियाें की समस्या काे विश्वविद्यालय के अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. स्थिति यह है कि विश्वविद्यालय की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के बाद सात महीने से पारिश्रमिक के भुगतान की प्रतीक्षा की जा रही है. वहीं पीएचडी रेगुलेशन 2016 के अनुसार निर्धारित याेग्यता रखने वाले संबद्ध काॅलेज के शिक्षकाें काे शाेध निदेशक बनाने, ऑनलाइन नामांकन शुल्क 600 रुपये में से 250 रुपये प्रति छात्र काॅलेज व विभागाें काे भुगतान करने और संबद्ध काॅलेजाें के शिक्षकाें काे भी पूर्व की तरह स्पेशल टेबुलेटर बनाने की मांग कुलपति से की है.वित्तरहित शिक्षा नीति काे समाप्त कर संबद्ध महाविद्यालय काे अंगीभूत करने या घाटा अनुदान देने और 2012 से बकाया अनुदान राशि के एकमुश्त भुगतान की मांग की गयी. माैके पर प्राे.संत ज्ञानेश्वर प्रसाद सिंह, डाॅ कामेश्वर सिंह, धीरेंद्र कुमार सिंह, राकेश कुमार मिश्र, सीमा कुमारी, विजय कुमार, रितेश, प्राे.रंजीत कुमार समेत अन्य मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है