IAF Helicopter Crash: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के औराई थाना क्षेत्र के भरथुआ पंचायत के वार्ड संख्या 12, मधुबन बेसी बाजार से 200 मीटर उत्तर मध्य विद्यालय मधुबन बेशी के समीप बुधवार की दोपहर करीब दो बजे सेना का हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होकर रामपदारथ सिंह के खेत में गिर गया. हेलीकॉप्टर से बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजन के पैकेट गिराए जा रहे थे, इसी दौरान हादसा यह दुर्घटना हो गई. हादसे में हेलीकॉप्टर में सवार जवानों में से एक जवान घायल हो गया है. दुर्घटना के उपरांत चारों तरफ चीख व पुकार मच गई. स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुये पानी में डूब रहे सेना के चारों जवानों को रेस्क्यू कर बाहर सकुशल निकाल लिया. रेस्क्यू के उपरांत सभी जवान पूरी तरह होश में है, एक जवान को पैर में मामूली चोट लगने की बात सामने आ रही है, वहीं दो जवानों के शरीर पर हल्के जख्म के निशान होने की सूचना मिली है.
हेलीकॉप्टर क्रैश होने की सूचना जुटी लोगों की भीड़
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने पहले तो सभी को खाट पर लाद कर बाहर निकाला, फिर मामले की जानकारी स्थानीय प्रशासन को दी. जानकारी मिलने के बाद पहुंचे प्रशासन के लोगों ने एनडीआरएफ के बोट के द्वारा चारों जवानों को बोट में बैठा कर मेडिकल सुविधा के लिए मुजफ्फरपुर स्थित एसकेएमसीएच भेजा. फिर इलाज के उपरांत सभी को पटना रवाना किया गया. स्थानीय लोगों ने बताया कि हेलीकॉप्टर के पीछे की दिशा में चिंगारी देखी गई, जहां पर हेलीकॉप्टर क्रैश होने की सूचना मिली है. वहां पर 5 फीट पानी है.
घटनास्थल के समीप चारों ओर बाढ़ का पानी
घटनास्थल के समीप चारों ओर बाढ़ का पानी है. मधुबन बेशी विद्यालय से नाव के सहारे घटना स्थल पर प्रशासन व स्थानीय लोग पहुंच पा रहे हैं. वहीं क्षतिग्रस्त हेलीकॉप्टर छत विछत अवस्था में दुर्घटना स्थल पर ही पड़ा है, जिसके पंखे समेत दरवाजा व खिड़की भी टूट कर बिखरी पड़ी हुई है, क्षतिग्रस्त हेलीकॉप्टर से सेना के जवानों का कोई भी सामान नहीं निकल पाया, वहीं हेलीकॉप्टर में रखे राहत की राशि का पैकेट भी पानी में पूरी तरह नष्ट हो गया, जिसे देखने के लिए लोग दूर दराज से लोग पहुंचते रहे.
जानें कैसे हुआ यह हादसा
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने एक बयान में कहा है कि, इंजन फेल होने के बाद पायलट ने पानी में हेलीकॉप्टर की लैंडिंग की. पायलट की सूझबूझ से बड़ा हेलीकॉप्टर हादसा टल गया. हेलीकॉप्टर में सवार सभी एयरफोर्स जवान और पायलट सुरक्षित हैं.