Bihar Land Registry: जमीन रजिस्ट्री में जमाबंदी की अनिवार्यता को तत्काल खत्म करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसला के बाद जिले में प्रॉपर्टी खरीद-बिक्री की संख्या बढ़ गयी है. शहरी ऑफिस के साथ-साथ मुफस्सिल ऑफिस में इन दिनों जमीन की खरीद-बिक्री करने वालों की भारी भीड़ उमड़ रही है. इससे इस भीषण गर्मी में अफरा-तफरी का माहौल रह रहा है. पसीना से तरबतर लोग रजिस्ट्री ऑफिस से लेकर कातिबों की गुमटी तक में अपना ठिकाना बनाये रहते हैं.
ऐसे में विभाग ने पहले से बने नियम में कुछ बदलाव किया है. यानी, कोरोना काल की तरह फिर से ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग के आधार पर जमीन की रजिस्ट्री के लिए दस्तावेज दाखिल किये जायेंगे. इससे लोगों को पता रहेगा कि उनकी रजिस्ट्री किस दिन कितने बजे होगी. ताकि, अनावश्यक हो रही भीड़ पर कंट्रोल किया जा सके.
मुजफ्फरपुर जिला निबंधन कार्यालय में रोजाना 220 दस्तावेजों की रजिस्ट्री के लिए स्लॉट तय किया गया है. इससे अधिक दस्तावेजों की रजिस्ट्री किसी भी कीमत पर नहीं होगी. बुधवार को भीषण गर्मी व धूप होने के बावजूद रजिस्ट्री के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ी. स्लॉट फुल हो जाने के कारण कई लोगों को लौटना पड़ा.
मुफस्सिल कार्यालयों में भी खूब उमड़ रही भीड़
जिले के चारों मुफस्सिल कार्यालय सकरा, कटरा, पारू और मोतीपुर में भी काफी भीड़ हो रही है. बड़ी संख्या में लोग जमीन की खरीद-बिक्री के लिए पहुंच रहे हैं. ऐसे में विभाग की तरफ से इन ऑफिस में भी भीड़ के अनुसार 100 से 150 तक का ऑनलाइन स्लॉट तय कर दिया है. ताकि, स्लॉट से अधिक लोग अनावश्यक रजिस्ट्री ऑफिस में पहुंच खुद और दूसरे को परेशान नहीं करेंगे.
09 दिनों में 1300 से अधिक दस्तावेजों की हुई रजिस्ट्री
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से 21 मई से रजिस्ट्री के लिए जमाबंदी की अनिवार्यता को खत्म करते हुए मुजफ्फरपुर में पुराने नियम पर जमीन की रजिस्ट्री हो रही है. तब से अब तक 1300 से अधिक दस्तावेजों की रजिस्ट्री सिर्फ मुजफ्फरपुर कार्यालय में हुआ है. लगभग 800-1200 के बीच रजिस्ट्री जिले के चारों मुफस्सिल कार्यालय में हुआ है. इससे लगभग 10 करोड़ रुपये की राजस्व की प्राप्ति हुई है.
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