Masked Aadhaar Card: ‘मेरा आधार, मेरी पहचान’ यह स्लोगन आपको टीवी और मोबाइल पर सुनने को हमेशा मिलता होगा. लोग आधार कार्ड को एक रद्दी कागज समझ कर इधर- उधर फेंक देते हैं. आधार को आइडी की तरह किसी व्यक्ति, संस्थान, निजी बैंक, फाइनेंस कर्मी को दे रहे हैं. इसका फायदा साइबर अपराधी उठा रहे हैं. यह लापरवाही लोगों को बड़ी मुसीबत में डाल सकती है. कोई दूसरा व्यक्ति आपके आधार का गलत इस्तेमाल न करे इसके लिए आपको मास्क्ड आधार का इस्तेमाल करना चाहिए. मास्क्ड आधार कार्ड में 12 अंक की जगह महज चार अंक ही दिखता है. आठ अंक छिप जाता है. बढ़ते साइबर अपराध को देखते हुए आधार कार्ड हर किसी को दिखाना सुरक्षित नहीं है. ऐसे में सिर्फ चार डिजिट दिखने वाला मास्क्ड आधार सुरक्षित माना जाता है. यूआईडीएआई ने साइबर फ्रॉड से बचाव के लिए मास्क्ड आधार लांच किया था.
क्या है मास्क्ड आधार कार्ड
मास्क्ड आधार कार्ड यानी ऐसा आधार कार्ड जिसमें केवल आखिरी का चार अंक दिखाई देता है. आगे के आठ अंक को मास्क कर दिया जाता है. यह आधार कार्ड का सुरक्षित वर्जन होता है. मास्क्ड आधार कार्ड पर होल्डर का नाम, पता, लिंग, जन्मतिथि व क्यूआर कोड होता है. मास्क्ड आधार डाउनलोड करने के लिए आपको uidai.gov.in पर लॉग इन करना होगा. इसके बाद रजिस्टर्ड आधार कार्ड के मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा. ओटीपी दर्ज करने के बाद माई आधार कार्ड का ऑप्शन दिखेगा. इसपर क्लिक करने के बाद मास्क्ड आधार कार्ड जेनरेट करने या डाउनलोड करने का ऑप्शन आएगा. यहां क्लिक करके आप अपना मास्क्ड आधार डाउनलोड कर सकते हैं.
कहां होता है मास्क्ड आधार का उपयोग
मास्क्ड आधार कार्ड का उपयोग आप होटल, एयरपोर्ट, ट्रेन, बैंक खाता, केवाईसी की प्रक्रिया, सरकारी योजना, डिजिटल पेमेंट में कर सकते हैं.
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