Muzaffarpur News: साइबर अपराध के बदलते ट्रेंड के बीच शातिर अपराधियों ने पैन व आधार कार्ड नंबर बदलकर फर्जीवाड़ा का नया तरीका अपनाया है. ये जालसाज अपने ही नाम वाले लोगों का पैन नंबर प्राप्त कर उसे अपने पैन पर दर्ज करते हैं. इसके बाद उसकी मदद से स्थानीय पता का उपयोग कर आधार कार्ड बनवा लेते हैं. इसके बाद बजाज फाइनेंस और अन्य कंपनियों से इएमआइ पर महंगे प्रोडक्ट की खरीदारी कर उसे बेच देते थे. मुजफ्फरपुर व दरभंगा में बजाज फाइनेंस से लोन पर 6 लाख छह हजार सात सौ रुपये का कुल पांच एसी और चार मोबाइल इएमआइ पर खरीदा था. लोन की राशि चुकता नहीं करने पर बजाज फाइनेंस की ओर से शनिवार को साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. इसके बाद साइबर थाने की पुलिस ने विशेष टीम गठित कर दो शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है.
दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजा
रविवार को एसडीपीओ नगर एक सीमा देवी ने प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस मामले में मुजफ्फरपुर के कथैया थाना क्षेत्र के दिस्तौलिया परसौनी निवासी प्रदीप कुमार व सिकंदरपुर के आदित्य कुमार को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड बरामद किये गये हैं. दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है. वहीं इन्होंने पूछताछ के दौरान कई और शातिर साइबर अपराधियों के बारे में पुलिस को जानकारी दी. उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
एक साल से कर रहे थे फर्जीवाड़ा
आधार-पैन का नंबर बदलकर फर्जीवाड़ा करने वाले इस गिरोह के बदमाश इतने शातिर है कि दो-तीन बार लोन लेने के बाद जब इएमआइ नहीं देते हैं तो संबंधित कंपनी लोन देना बंद कर देती है. इसके बाद से फिर से अपने ही नाम वाले दूसरे व्यक्ति की तलाश में जुट जाते हैं. उनकी आइडी से दूसरे जिले में जाकर वहां फर्जीवाड़ा को अंजाम देते हैं. करीब एक वर्ष से ये फर्जीवाड़ा कर रहे थे. मुजफ्फरपुर व दरभंगा की गड़बड़ी के बाद शिकायत होते ही उनके खिलाफ कार्रवाई की गयी है.