Muzaffarpur News: छठ पूजा में हिंसक हुए कुत्तों ने 100 से अधिक लोगों को काट लिया. कुत्ते हर घंटे में दो लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. छठ पूजा के दौरान भी जिले भर में सौ से अधिक लोग इनके निशाने पर आये. शनिवार को सदर अस्पताल में इंजेक्शन लेने वाले की लंबी कतार लगी थी. शहरी क्षेत्र में भी दो दर्जन लोगों को कुत्तों ने काट लिया. सिकंदरपुर से आये राजू कुमार ने बताया कि छठ घाट से लौटने के दौरान वे शिकार बने. शुक्रवार को भी वह इंजेक्शन लेने आये थे. लेकिन लौटना पड़ा. रोजाना करीब 34 से 45 लोग आते हैं। वैक्सीन लेने सदर अस्पताल में रोजाना करीब 34 से 45 लोग वैक्सीन लगवाने आते हैं. अस्पताल प्रबंधन की मानें तो अस्पताल में रेबीज के इंजेक्शन के लिए चार्ज नहीं हैं. जबकि, बाहर इंजेक्शन की कीमत अधिक लेकर दी जाती हैं.
लगते हैं तीन एंटी रेबीज के इंजेक्शन
विशेषज्ञों की मानें तो कुत्ते के काटने पर तीन एंटी रेबीज के इंजेक्शन लगते हैं. अगर कुत्ते ने किसी को जगह-जगह पर गंभीर रूप से काटा है और वह ब्रेन के नजदीक है तो ऐसे में रेबिज इन गोलो ग्लोब्यूलिन इंजेक्शन लगाना जरूरी हो जाता है. इस इंजेक्शन को जहां-जहां काटने का निशान होता है, वहां वहां इन्फेक्शन को ब्लॉक करने के लिए तुरंत लगाना पड़ता है. नौ माह में छह हजार लोगों को बनाया शिकार. सरकारी अस्पताल के आंकड़ों पर गौर करें तो नौ महीनों में कुत्ते के शिकार हुए 6000 से ज्यादा लोग सदर अस्पताल एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने पहुंचे हैं.
गलियों में नजर आ रहे आवारा कुत्ते
शहरी क्षेत्र में घूमने वाले आवारा कुत्तों को पकड़ने का जिम्मा नगर निगम का है, लेकिन काफी समय से निगम के अधिकारी इसपर संजीदा नहीं हैं. शहर में प्रमुख सड़क व चौराहों समेत अधिकांश गलियों में आवारा कुत्ते नजर आ रहे हैं. संख्या अधिक होने से लोगों को कुत्तों के हमला करने का डर रहता है. कई इलाके तो ऐसे हैं जहां रात में गलियों से निकलना दुश्वार हो जाता है. सदर अस्पताल में सुबह से ही मरीजों की भीड़ लगनी शुरू हो जाती है.