Muzaffarpur News: मड़वन प्रखंड के बहोरा ब्रह्मस्थान के समीप रविवार को छह गांवों के ग्रामीणों की बैठक हुई. इस दौरान पताही हवाई अड्डे के विस्तारीकरण के खिलाफ प्रदर्शन किया गया. वहीं केंद्रीय मंत्री राज भूषण निषाद द्वारा पताही हवाई अड्डा विस्तारीकरण के संबंध में दिये गये बयान की आलोचना की गयी. ग्रामीणों का आरोप था कि छह राजस्व ग्राम रसूलपुर, बहोरा, नवादा, पकाही खास, शुभंकरपुर, मथुरापुर के ग्रामीणों के बसे-बसाये घर को उजाड़ कर हवाई अड्डा के विस्तारीकरण की बात की जा रही है, जिसे यहां के ग्रामीण कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे.
हवाई अड्डा को पूरब-पश्चिम बढ़ाने का दिया था सुझाव
लोगों का कहना था कि पूर्व में ग्रामीणों के साथ हुई बैठक में कहा गया था कि वर्तमान हवाई अड्डा को ही यथावत रहने दिया जाये या फिर पूरब-पश्चिम बढ़ाया जाये, जिससे किसी का घर नहीं उजड़ेगा. यही नहीं, ग्रामीणों ने सुझाव दिया था कि अगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाना है तो मड़वन की अन्य जगहों पर काफी जमीन उपलब्ध है, वहां हवाई अड्डा बनाया जाये. इसको लेकर ग्रामीणों द्वारा मंत्री को घनी आबादी का निरीक्षण भी कराया गया था.
गांव-घर को उजाड़कर नहीं होने दिया जायेगा विस्तार
आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि अब किसी भी सूरत में गांव- घर को उजाड़कर हवाई अड्डा विस्तारीकरण नहीं होने दिया जायेगा. इसके लिए चाहे जो भी कुर्बानी देनी पड़े, ग्रामीण तैयार है. मौके पर पैक्स अध्यक्ष ठाकुर, मुखिया मुकुंद कुमार, सत्येंद्र ओझा, विनोद साह, उमेश साह, नवेश कुमार, शंकर ओझा, फौजी विमल कुमार, सुबोध ओझा, दीपू मिश्रा, बैजू साह, अमरजीत साह, सरिता सोनी, चुन्नू ओझा, कुमारी मनीषा, जानकी देवी, संजय साह, नवल साह उपस्थित थे.
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दूसरी तरफ, नये साल 2025 के 12 दिन गुजर गये हैं. चौंकाने वाली स्थिति यह है कि इस दौरान एक दिन भी शहर की हवा मानक के अनुसार स्वच्छ नहीं थी. जबकि लगभग दिन में शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स औसतन ढाई सौ के पार रहा है. यू कहें कि नये साल में लोग लगातार दूषित और स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हवा ले रहे हैं. यह हालात तब है, जब शहर नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम में शामिल है. दूसरी तरफ शहर के जनप्रतिनिधि आज यानी सोमवार को बैठक में इस मुद्दे पर भी विचार करेंगे. नगर निगम में होने वाली सशक्त स्थायी समिति की बैठक में शहर में प्रदूषण के रोकथाम व बचाव के प्रस्ताव को भी शामिल किया गया है.
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