मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SKMCH) के सर्जरी विभाग के वार्ड नंबर पांच में इलाजरत हत्या के केस का विचाराधीन बंदी धीरज कुमार फरार हो गया है. वह अहियापुर थाना क्षेत्र के खालिकपुर का रहने वाला था . सेंट्रल जेल प्रशासन ने बंदी की सुरक्षा को लेकर कक्षपाल पवन कुमार और शशिकांत सिंह की ड्यूटी लगायी थी. लेकिन, आरोपित बंदी धीरज कुमार दोनों को चकमा देने के बाद मौके से फरार हो गया. यह घटना सोमवार दोपहर साढ़े तीन बजे की है.
बंदी के फरार होने की सूचना के बाद पूरे एसकेएमसीएच में हड़कंप मच गया. पूरे एसकेएमसीएच को सील करके सघन तलाशी अभियान चलाया गया. पुलिस टीम आसपास के इलाकों में भी छानबीन की. लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया है. जेल प्रशासन ने बंदी के एसकेएमसीएच से पलायन करने की सूचना जिलाधिकारी व एसएसपी को भी दे दी है. मामले को लेकर अहियापुर थाने में फरार बंदी के खिलाफ प्राथमिकी की कवायद जारी थी.
21 अप्रैल 2023 को भेजा गया था जेल
सेंट्रल जेल प्रशासन की ओर से घटना के संबंध में दी गयी जानकारी में बताया गया है कि अहियापुर में 2019 में हुए एक हत्या व आर्म्स एक्ट के केस में विचाराधीन बंदी धीरज कुमार ने 21 अप्रैल 2023 को केंद्रीय कारा में प्रवेश पाया था. उसके पेट में दर्द रोग से ग्रसित होने की शिकायत पर कारा के विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी के द्वारा 20 अप्रैल 2024 को को बेहतर इलाज के लिए SKMCH भेजे जाने की अनुशंसा की.
सुरक्षा में तैनात थे दो कक्षपाल
इसके आलोक में उसी दिन बंदी को SKMCH के सर्जरी विभाग के वार्ड नंबर पांच में भर्ती कराया गया था. बंदी की सुरक्षा में दो कक्षपाल की तैनाती की गयी थी. बंदी धीरज कुमार सोमवार की दोपहर तीन बजे दोनों कक्षपाल को चकमा देकर एसकेएमसीएच से पलायन कर गया. अहियापुर पुलिस ने फरार बंदी के घर व रिश्तेदारों के ठिकाने पर छापेमारी कर रही है.
द्रोणपुर में गोली मारकर कर दिया गया था अंकज ठाकुर की हत्या
अहियापुर के द्रोणपुर बथना रोड में दो अगस्त 2019 को अंकज ठाकुर की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. इस मामले में अंकज ठाकुर के पिता वशिष्ट नारायण ठाकुर ने रामबली साह, पवन कुमार, पांडव कुमार , पप्पू कुमार, रंजीत कुमार , धीरज कुमार और उदय प्रकाश को नामजद आरोपी बनाया था. इसी केस में अहियापुर थाने की पुलिस ने धीरज को गिरफ्तार करके जेल भेजा था.
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