मरीज देखने में देरी होने पर महिलाओं ने जताया विरोध
मुजफ्फरपुर.
एमसीएच में हर दिन दो सौ से अधिक गर्भवती इलाज कराने पहुंचती हैं. लेकिन इसके बाद भी एमसीएच में एक ही पर्ची काउंटर खोले जाने और एक चिकित्सक के रहने पर महिलाओं ने हंगामा किया. गर्भवती महिलाओं का आरोप था कि एक काउंटर पर पर्ची कटाने में घंटों समय लग जाता है. इसके बाद जब ओपीडी में इलाज कराने पहुंचे तो वहां भी 40-45 मिनट लग जा रहा है. ऐसे में अगर जांच और अल्ट्रासाउंड लिख दिया गया तो दूसरे दिन भी आना पड़ता है. महिलाओं के हंगामे के बाद सुरक्षा गार्ड ने सभी को समझा कर शांत कराया. सोमवार को भी दो महिलाएं पर्ची कटाने के लिए मारपीट करने लगीं. दिन के बारह बजे के करीब पर्ची कटाने के लिए महिलाएं लाइन में लगी थीं. इसी बीच देरी से पर्ची कटाने पर महिलाओं ने जल्दी पर्ची काटने की बात कह रही थी. इसी बीच पर्ची काउंटर के बगल से एक महिला पर्ची कटाने के लिये हाथ घुसा दी. जब उसके आगे लाइन में लगी महिलाओं ने विरोध किया तो उसने धक्का दे दिया. इसी बात पर दोनों के बीच बकझक होनी शुरू हो गई. कुछ ही देर में दोनों के बीच बाल पकड़ कर मारपीट होना शुरू हो गया. बीच बचाव करने आयी महिला सुरक्षा गार्ड ने जब दोनों को हटाना चाहा तो दोनों महिलाओं ने उसे भी धक्का देकर बाहर कर दिया. इसके बाद महिला सुरक्षा कर्मी ने बाहर आकर सुरक्षा कर्मियों को बुलाया और दोनों का झगड़ा शांत कराया.==================
एसकेएमसीएच के एक डॉक्टर पर दुर्व्यवहार का आरोपएसकेएमसीएच के एक डॉक्टर पर दुर्व्यवहार का आरोप लगा है. आरोप लगाने वाले साहेबगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले मरीज सुधीर कुमार ने डीएम को आवेदन दिया है. आवेदन में उसने आरोप लगाया कि उक्त डॉक्टर के ओपीडी में दिखाने गए थे.12 बजे तक उसका नंबर नहीं आया. इसके बाद पूछने पर वह गाली गलौज करने लगा.उन्होंने कहा कि लोगों को फ्री इलाज चाहिए. फ्री इलाज सही होता है क्या.आरोप लगाया उक्त डॉक्टर ने निजी क्लिनिक पर इलाज के लिए बुलाया है. मरीज ने आवेदन में आरोप लगाया कि डॉक्टर ने बताया कि उसकी क्लिनिक में लिंग परीक्षण व भ्रूण हत्या भी होती है.डीएम के पास आवेदन जाने के बाद असैनिक शल्य चिकित्सक ने अधीक्षक को जांच के लिए पत्राचार किया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है